कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान 6 फरवरी यानी शनिवार को देशव्यापी चक्का जाम करने की तैयारी में हैं। प्रदर्शनकारियों ने दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक तीन घंटे के लिए चक्का जाम करने का आह्वान किया है। इस चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली पुलिस पूरी तरह अलग मोड पर है और इसे लेकर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं। हालांकि, यह चक्का जाम प्रदर्शन दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा।
बता दें कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को पूरा समर्थन दिया है। राज्यसभा में कृषि कानूनों का बचाव करने पर कांग्रेस ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर भी निशाना साधा इस दौरान कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चक्का जाम करने वालों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर साथ खड़े रहेंगे। कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग उठाई है।

किसान संगठनों द्वारा देशभर में चक्का जाम करने की आह्वान के बाद लोनी बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किया गया है।वहीं सिंघु बॉर्डर पर भी कड़ी चौकसी कर दी गई है।किसान यूनियनों द्वारा प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ के को देखते हुए अतिरिक्त बलों की तैनाती के साथ दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है और कंटीले तार लगाए गए हैं। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद लाल किले के पास भी भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। किसान पिछले दो महीने से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

किसान संगठनों के देशभर में चक्का जाम के आह्वान के बाद दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने और दिल्ली पुलिस की सहायता के लिए, सीमाओं सहित दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व फोर्सेस के लगभग 50 हजार जवान तैनात हैं। दिल्ली में कम से कम 12 मेट्रो स्टेशन गड़बड़ी के मद्देनजर अलर्ट पर हैं।