आगरा। देश में अनलॉक होने के बाद स्थितियां तेजी के साथ बदल रही हैं। कोरोना के कारण बंद हुए व्यापार और व्यवसाय खुल रहे हैं तो असंगठित क्षेत्र के मजदूर भी अपने कामों पर वापस लौट आए हैं। भारी संख्या में रोजी रोटी के लिए जिस तेजी के साथ असंगठित क्षेत्र के मजदूरों ने निर्माण संबंधित कार्यों में वापसी की है, ऐसे में मजदूरों के बीच कोरोना महामारी के बढ़ने का खतरा और ज्यादा बढ़ने लगा है। अनलॉक होने के बाद मजदूर कोरोना के प्रति असंवेदनशील दिखने लगा है।
शनिवार को उ.प्र. ग्रामीण मजदूर संगठन ने बी.डब्लू.आई के सहयोग से पश्चिम पुरी श्रमिक चौक जन जागरूकता अभियान चलाया गया। श्रमिकों को मास्क वितरित किये गए, साथ ही कोरोना महामारी के प्रति जागरूक किया। श्रमिकों को बताया कि इस महामारी से बचने का एक मात्र उपाय सतर्कता ही हैं और हमें घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग आवश्यक रूप से करना चाहिए। कार्य स्थल पर कई भी थूकने से बचना चाहिए। एक दूसरे से कम से कम 2 गज या 6 फीट की दूरी आवश्यक रूप से रखनी चाहिए। जब हम काम से घर वापस जाते हैं तो अपने हाथ किसी भी झागदार साबुन से हाथ कम से कम 20 सेकंड तक धोने चाहिए।
उ.प्र. ग्रामीण मजदूर संगठन ने निर्माण मजदूरों के साथ स्वास्थ व सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की क्योंकि कार्यस्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए और मांग की कि हर एक कार्य स्थल पर स्वास्थ कैंम्प का आयोजन किया जाए।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना है कि कोरोना के कारण मजदूर पहले से ही काफी परेशान हैं और उसकी जमा पूंजी भी खर्च हो गई है। ऐसे में भारी संख्या में मजदूर काम की तलाश में वापस लौट रहे हैं। श्रमिक चौक पर मजदूरों की संख्या काफी दिखाई देती है तो वही निर्माण संबंधित कार्य जैसे भवन सड़क व अन्य कार्यों में कार्यस्थल पर मजदूरों की संख्या भी अधिक है। ऐसे में मजदूर वर्ग कोरोना महामारी के प्रति जागरूक रहे, सतर्कता बरतें, इसके लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है और उन्हें कोविड-19 के नियमों का पालन करने, व हमेशा मास्क
लगाने पर जोर दिया जा रहा है, साथ ही हाथों को सैनिटाइजर से धोने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इस मौके पर संजय शर्मा, पिंकी जैंन, हेमलता गोला, उमेश तिवारी, मुकेश बघेल, साकिर खान, अभिषेक सारस्वत आदि सदस्य मौजूद रहे।