आगरा। सुबह दौड़ लगाने के दौरान एथलीट प्रमोद कटारा पर एक युवक ने जानलेवा हमला कर दिया। अपनी जान बचाकर भाग रहे एथलीट प्रमोद कटारा ने लोगों की मदद से अपनी जान बचाई। एकत्रित हुए ग्रामीणों ने जानलेवा हमला करने वाले युवक को पकड़ लिया और गश्त लगा रही पुलिसकर्मियों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने जब आरोपी युवक से एथलीट प्रमोद कटारा पर जानलेवा हमले की पूछताछ की तो युवक ने अलग ही कहानी बयां की।
आरोपी का कहना था कि उसने युवक पर हमला नहीं किया बल्कि वह उससे उसका बैग छीनना चाहता था जिससे उस बेग में खाना या पैसे मिले तो वह अपनी भूख शांत कर सके। पुलिस ने जब सख्ती से एक बार फिर आरोपी से पूछताछ की तो उसने साफ कहा कि पिछले 6 दिनों से वह भूखा था। काम मिल नहीं रहा था और पेट में भूख की आग से वह जल रहा था। बीती शाम खाना मिला लेकिन पेट में लगी आग एक बार फिर उसे परेशान करने लगी। इसलिए दौड़ लगाते हुए युवक के पास बैग देखा तो उसे छीनने का प्रयास किया। आरोपी ने यह भी बताया कि उसने युवक को धमकाने की कोशिश की थी। जानलेवा हमला उसकी कोई मंशा नहीं थी।
यह पूरा मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के इनर रिंग रोड का है। बताया जाता है कि सुबह एथलीट प्रमोद कटारा मैराथन दौड़ पर निकले हुए थे। रास्ते में आरोपी युवक ने उन्हें रोका और उनसे बैग देने के लिए कहा। जब उन्होंने बैग नहीं दिया तो फरसा निकालकर उनके पीछे भागने लगा। उन्हें लगा कि वह उनकी जान लेना चाहता है, इसीलिए उन्होंने तेजी से दौड़ लगाई और चिल्लाते हुए लोगों को एकत्रित किया। लोगों ने फरसा लेकर भाग रहे युवक को घेर कर पकड़ लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
आरोपी युवक ने बताया कि वह बिहार का रहने वाला है और यहां पर लोडिंग का काम करता है लेकिन इस समय सारी व्यवस्थाएं भंग है जिसके चलते उसे दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही है। फिलहाल पुलिस पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पीड़ित की तहरीर पर ही कोई कार्रवाई करने की बात कही है।