आगरा। आगरा से कोरोना को खत्म करने के लिए आज से घर-घर कोविड सर्विलांस प्रोग्राम की शुरुआत हो रही है। इसमें हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम घर-घर जाकर आपसे आपकी सेहत का हाल पूछेगी, इसके साथ ही आपका हेल्थ स्टेट्स की जानकारी जुटाकर हेल्थ डिपार्टमेंट को दी जाएगी ताकि कोविड-19 के पेशेंट्स को स्क्रीन किया जा सके और उनकी जांच करने के बाद उनका इलाज किया जा सके। ये अभियान 5 जुलाई से शुरू होकर 15 जुलाई तक चलाया जायेगा।
सीएमओ डॉ. आर. सी. पांडेय ने बताया कि 5 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर 1722 टीमें सर्वे करेंगी। इसमे खांँसी-बुखार के रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। यदि कोई गंभीर रोगी मिलता है तो उनकी कोरोना जांच कराई जाएगी।
कोविड सर्विलांस प्रोग्राम को काफी तेजी से चलाया जाएगा। यह रैपिड सर्वे होगा, इसमें 5 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक पूरे जिले के घरों को कवर करने के लिए अर्बन और रूरल एरियाज में 1722 टीम काम करेंगी। ये टीम घर-घर जाकर आपसे आपकी सेहत का हाल पूछेगी। सर्दी-खांँसी जैसे सिंम्टोमेटिक पेशेंट्स या जो पेशेंट्स क्रॉनिक डिसीज से गुजर रहे हैं, उन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, इसके साथ ही सर्वे करने वाली आशा सीवियर एक्यूट रैस्पिरेटरी इंफेक्शन से ग्रसित मरीजों की तुरंत अपने प्रभारी को सूचना देगी। इसके बाद प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जनपद स्तर पर सूचना देंगे और उस व्यक्ति का कोरोना सैंपल कराया जाएगा। इससे कोरोना के पेशेंट्स को पहचानकर उनका इलाज कराया जा सकेगा ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
इस अभियान को पोलियो अभियान की तर्ज पर चलाया जाएगा। अभियान के लिए माइक्रो प्लान के अनुसार जनपद में टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक सर्वेक्षण टीम में 2 सदस्य नियुक्त किये गये हैं। टीम द्वारा सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक सर्वे किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में टीम में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों इस सर्वे में अनिवार्य रूप से भाग लेंगी। शहरी क्षेत्रों में आशा-आंँगनबाड़ी के साथ पोलियो अभियान, सिविल डिफेंस, एनएसएस के वॉलिंटियर भी पार्टिसिपेट करेंगे। इसके साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम इनका पर्यवेक्षण करेंगी। इस प्रकार से 1722 टीम द्वारा दस दिन में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सभी घरों को कवर कर लिया जाएगा।
सर्वे के दौरान टीम अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगी। सर्वे करने वाली प्रत्येक टीम को दो रियूजेबल मास्क दिये जाएंगे, उन्हें इसे पहनकर ही सर्वे करना होगा। इसके साथ ही उन्हें सेनेटाइजर भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज कर सकें। प्रत्येक सर्वेक्षण टीम को स्टीकर चौक एवं रिपोर्टिंग प्रारूप भी उपलब्ध कराया जाएगा।
सर्वे के दौरान इन गतिविधियों का रखा जाएगा ध्यान –
-सर्वे करने वाली टीम द्वारा इंफ्रारेड थर्मोमीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग किया जाएगा।
-सर्वे के दौरान पल्स पोलियो अभियान की तरह हर घर के दरवाजे पर दिनांक अंकित की जाएगी।
-सर्वे टीम के द्वारा घर-घर जाकर प्रारूप के अनुसार सूचनाओं को एकत्रित किया जाएगा।
-सर्वे के पूरा होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया गया स्टीकर लगाया जाएगा।
-सर्वे के दौरान खांसी बुखार एवं सांस लेने में दिक्कत होने वाले रोगियों की पहचान की जाएगी।
-सर्वे के दौरान यदि किसी टीम को सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन का रोगी मिलता है तो उस रोगी की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच की जाएगी, इसके बाद उसकी सूचना तत्काल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दी जाएगी। इसके बाद उस व्यक्ति की कोरोना जांच की जाएगी।
-हर शाम को समीक्षा की जाएगी। डब्ल्यूएचओ और यूनीसेफ मॉनीटरिंग सीएमओ और एमओआईसी को फीडबैक दिया जाएगा जिससे इसकी गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके। सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए सपोर्टिंग सुपरविजन भी किया जाएगा।