आगरा। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव का असर पूरे देश में देखा जा रहा है। कोरोना से बचाव और सावधानी बरतने के लिए देश के सभी ऐतिहासिक स्मारक और संग्रहालय को बंद कर दिया गया है, कई रूट की ट्रेनें और उड़ानों को रद्द कर दिया गया है कई राज्य में स्कूल कॉलेज बंद कर परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। दिल्ली-एनसीआर सहित मेट्रोपॉलिटन सिटी में कई बड़ी प्राइवेट कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने का निर्देश दे दिया है। मीडिया संस्थानो पर भी अब इसका प्रभाव देखा जा रहा है। कोरोना की रोकथाम और इससे बचाव के लिए प्रिंट मीडिया के बड़े समूहों ने भी बड़ा कदम उठाते हुए अपने संस्थान के पत्रकारों को घर से ही काम करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। यानी कि अब प्रिंट मीडिया के पत्रकार संस्थान में बैठकर नहीं बल्कि अपने घर पर ही बैठकर न्यूज़ लिखकर भेजेंगे। आगरा शहर में भी प्रिंट मीडिया के बड़े समूह पर गुरुवार या शुक्रवार से यह निर्देश अमल में लाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक पत्रकारों के निर्देश मिले हैं कि यदि उनके पास लैपटॉप है तो वह अपनी खबरों को एकत्रित कर घर से ही अपने लैपटॉप पर खबरों को लिखकर संस्थान को मेल करेंगे और जिनके पास लैपटॉप नहीं है उन्हें संस्थान की तरफ से लैपटॉप उपलब्ध कराया जाएगा जिसकी कीमत उनके वेतन से कटौती कर ली जाएगी। वही फोटोग्राफरों को भी मेल से ही संस्थान में कार्यक्रम से संबंधित फोटो भेजने होंगे।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जब सभी पत्रकार अपने घर पर ही रहेंगे तो डेस्क पर बैठने वाले कितने पत्रकार संस्थान के अंदर मौजूद होंगे और अखबार के पेज पर खबरों को सेट करने का काम करेंगे।