आगरा। बरहन में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से हुई एक बच्चे की मौत की ख़बर चलने के बाद आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद टूट ही गयी। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आया और एत्मादपुर तहसील के बरहन, मितावली और कस्बे एत्मादपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया। डिप्टी सीएमओ आगरा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बरहन मितावली और एत्मादपुर कस्बे में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की। इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। छापे की सूचना मिलते ही झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकानों का शटर गिराकर भाग खड़े हुए। इस कार्यवाही में दो झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान और एक पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया गया।
चिकित्सा विभाग की टीम ने सबसे पहले बरहन में उसी क्लीनिक पर छापा मारा जहां बीते मंगलवार को झोलाछाप के इलाज के बाद एक नवजात शिशु की मौत हो गई थी लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही डॉ विनय चौधरी अपनी दुकान का शटर गिरा कर भाग खड़ा हुआ। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दुकान पर सील लगाकर नोटिस चस्पा कर दिया। इसके बाद टीम गांव मितावली पहुंची वहां भी सभी झोलाछाप डॉक्टर टीम पहुंचने की आहट पाकर शटर गिरा कर फरार हो चुके थे। जहां टीम ने एक मुकेश नाम के डॉक्टर की दुकान को सील कर दिया। एत्मादपुर में ही एक बंद पैथोलॉजी प्रेम कंप्यूटराइज पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया।
इस टीम में एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ राजवीर सिंह, चिकित्सा अधिकारी योगेश जैन, डॉ एसके दीक्षित, गोविंद शर्मा आदि मौजूद रहे।