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संस्कार से दूर हो रहे युवा बन रहे हैं दरिंदे, माता-पिता समझे अपनी जिम्मेदारी

by admin

आगरा। हे यमुना मैया, बेटियों की रक्षा करो। दिल्ली में निर्भया, हैदराबाद में डॉक्टर बिटिया प्रियंका के साथ दरिंदी और हत्या से हर दिल द्रवित है। गम है तो गुस्सा भी कम नहीं है। समाज से इन द​रिंदों को खत्म करने का समय आ चुका है। इसी संकल्प के साथ सोमवार को प्राचीन कैलाश मंदिर घाट पर यमुना मैया की आरती की गई। हर सोमवार की तरह से अलग इस बार यमुना मैया आरती स्थल का माहौल उदास था। हर कोई ​डॉक्टर प्रियंका की हत्या से दुखी था। यमुना मैया की आरती से पहले आरती स्थल पर डॉ. प्रियंका रेडडी को श्रद्धांजलि दी गई।

श्री बांके बिहारी सोसाइटी वेलफेयर के संस्थापक अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा ने कहा कि दरिंदों को फांसी दी जानी चाहिए। यह पुलिस और न्यायपालिका का काम है। मगर इस तरह की घटनाएं ना हों, इसके लिए समाज के एक बडे वर्ग को आगे आना पडेगा। ये दरिंदे हमारे आस पास ही हैं, इनकी पहचान कर समाज से खत्म करने की मुहिम चलानी होगी। यह शुरूआत हर व्यक्ति अपने घर से ही करे, अपने बेटों को अच्छे संस्कार दें जिससे इस तरह की घटनाएं ना हों।

श्री प्राचीन कैलाश मंदिर के महंत गौरव गिरी ने कहा कि युवा पीढी को संस्कार नहीं भूलने चाहिए। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। हमारे देश में महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा मिली है। इस परंपरा को चंद लोग बिगाड़ रहे हैं। उनके खिलाफ मुखर होने की जरूरत है।

इस दौरान डॉ यादवेंद्र शर्मा, वीरेन्द्र सिंह, नकुल, अभिषेक, अमन, श्रीकांत, उमाकांत सारस्वत, सागर गिरी आदि मौजूद रहे।

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