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शहीद के सम्मान में प्रतिमा बनाने की घोषणा कर भूल गयी सरकार, शहीद की पत्नी ऐसे दिया करारा ज़वाब

by admin

आगरा। 2016 में जब किरावली का लाल हवलदार धर्मेंद्र सिंह देश की सुरक्षा के दौरान जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों से लोहा लेते समय शहीद हुआ था तो पूरा गांव रो रहा था। शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ साथ प्रशासनिक अधिकारी भी पहुँचे थे। सभी ने एक स्वर में कहा था कि शहीद हवलदार धर्मेंद्र सिंह की इस शहादत को भुलाया नही जा सकता। लोग शहीद की शहादत को हमेशा याद रखे इसके लिए एक स्मारक बनाने की घोषणा भी की गई। लेकिन दो साल बीत जाने के बाद यह घोषणा पूरा न होता देख शहीद की पत्नी ने खुद अपने स्तर से अपने शहीद पति हवलदार सिंह की याद में स्मारक बनाया और प्रतिमा भी लगवाई। जिसका लोकार्पण शहीद की तीसरी वर्षी पर पूर्व कर्नल अपूर्व त्यागी, जिला पंचायत सदस्य यशपाल सिंह, सीओ नर्मदा सिंह ने किया।

शहीद पति की प्रतिमा का लोकार्पण होने से सभी की आंखे नम हो गयी। एक तरफ लोग इस वीर नारी के जज्बे को सलाम कर रहे थे तो दूसरी ओर शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को कोसते नजर आए।

आगरा जयपुर नेशनल हाइवे पर राणा शीतगृह के पीछे शहीद धर्मेंद्र सिंह का स्मारक बनाया गया है। शहीद की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। प्रतिमा अनावरण के दौरान सभी लोगों ने शहीद की शहादत के लिए श्रद्धांजलि दी। शहीद धर्मेंद्र सिंह किरावली के गांव लोहकरेरा निवासी बादल राम के पुत्र थे। शहीद धर्मेंद्र ने 1998 में सेना जॉइन की थी। 37 वर्ष की उम्र में ही आतंकियों से लोहा लेते समय वो शहीद हो गए।

शहीद धर्मेंद्र सिंह की पत्नी ने बताया कि पति के अंतिम संस्कार के दौरान उनका स्मारक बनाये जाने की घोषणा की गई। पिछले दो वर्षों में शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग न मिलने पर उन्हें पता चल गया कि यह वायदे झूठे है लेकिन पति का सम्मान सर्वोपरि था। इसलिए फिर प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के चक्कर काटने के बजाए उन्होंने ही अपनी निजी भूमि पर स्मारक बनबाने का निश्चय किया। उनके स्मारक बनबाने में समय लगा लेकिन आज वो बहुत खुश है। इस पुरे कार्य में करीब 4.5 लाख रुपये लगे लेकिन वो आज अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रही है।

शहीद धर्मेंद्र सिंह की पत्नी की ओर से अपने पति के सम्मान के लिए उठाए गए इस कदम ने यह जता दिया है कि शहीदों के सम्मान में जो वायदे सरकार और जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जाते हैं उनके प्रति कितना संजीदा है।

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