आगरा। उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से असंगठित क्षेत्र के मजदूरो और श्रमिक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे मजदूरो के बच्चों का डाटा रखने की योजना को धरातल पर लाने की कवायदे शुरु कर दी है। इस योजना को लेकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन ने आगरा व अन्य जिलों में चल रहे श्रमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान संगठन के संस्थापक तुलाराम शर्मा ने पूरे उत्तर प्रदेश के संगठन के क्षेत्रीय पादधिकारियो से क्षेत्र में ईट भट्टो पर काम करने वाले मजदूरो और स्कूल के प्रधानाचार्य से श्रमिक बच्चों का डाटा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के संस्थापक तुलाराम शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अन्य प्रदेशों से भारी संख्या में असंगठित क्षेत्र का मजदूर काम करने आता है लेकिन उसका डाटा न होने के कारण असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को योजनाओं का सही लाभ नही मिल पाता है। इतना ही नही संगठन की ओर से चलाए जा रहे श्रमिक विद्यालय में पड़ने वाले श्रमिक के बच्चों का भी डाटा रखा जाएगा जिससे पता चल सके कि उनके बच्चे बालश्रम में लिप्त है या फिर शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
संगठन के संस्थापक तुलाराम शर्मा ने बताया कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरो का डाटा रखने से पता चल सकेगा कि मजदूर कहाँ का रहने वाला है, कहाँ काम कर रहा है, उसके परिवार में कितने सदस्य है, कितने लोग मजदूरी कर रहे है, उन लोगो को कितना वेतन मिल रहा है, मजदूर यहाँ से दूसरी जगह जा रहा है तो काम कर रहा है या नही। इससे मजदूर की वास्तविक स्थिति पता चल सकेगी और यह काम संगठन की क्षेत्रीय इकाई करेगी। इतना ही श्रमिक विद्यालय के डाटा से यह पता लग जायेगा कि मजदूर का बच्चा शिक्षा ले रहा है या नही, इस स्कूल से निकलने के बाद वो बच्चा क्या कर रहा है।
संगठन के संस्थापक तुलाराम शर्मा का कहना है कि आंकड़े एकत्रित करने का काम दो महीने में पूरा कर लिया जायेगा जिसके बाद मजदूर की वर्तमान स्थिति और उनकी समस्याओं को प्रदेश व केंद्र सरकार को रूबरू कराया जाएगा।