आगरा। दहतोरा में वर्षों पुरानी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हुए ऐतिहासिक दंगल मेले का आयोजन किया गया। दंगल में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू आदि राज्यों के पहलवानों ने हिस्सा लिया। दंगल में सभी प्रकार की कुश्तियों का आयोजन किया जिसमें पहलवानों ने अपना दमखम दिखया। आख़िरी कुश्ती हरिकेश पहलवान और वरुण पहलवान के बीच हुई जिसमे दोनों पहलवान बराबरी पर रहे और 21 हज़ार का इनाम दोनो को दिया गया।
दंगल आयोजन कमेटी के हरिकिशन लोधी ने कहा कि दहतोरा दंगल का आयोजन सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है। इस दंगल में सम्पूर्ण देश से नामी पहलवानो ने भाग लिया है।
छोटे और बड़े हर पहलवान का सम्मान दंगल कमेटी के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर भाजपा ज़िला मंत्री डॉ सुनील राजपूत का कहना था कि भारतीय संस्कृति में दंगल का अलग ही महत्व है जिसका आयोजन आदिकाल से ही होता आ रहा है। दंगलो के आयोजनों से युवाओं में शारीरिक मज़बूती के साथ मानसिक रूप से भी मज़बूती आती है। उनका कहना था कि दंगलों में आए हुए पहलवानों में से कोई भी पहलवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकता है। आज पहलवानी गाँव का खेल ना होकर अंतरराष्ट्रीय खेल बन चुका है। आज का युवा इसमें मेहनत कर अपना भविष्य भी सुरक्षित कर सकते है।
प्रेम सिंह आढतिया का कहना था कि दहतोरा का दंगल पूरे देश का मशहूर दंगल है। दंगल में स्थानीय के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवान भी प्रतिभाग करते हैं।