मथुरा। करीब दो दशकों से उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरो के स्वास्थ्य लाभ, सामाजिक सुरक्षा और उनके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संघर्ष कर रहा है। शनिवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के पदाधिकरियों की ओर मथुरा के माठ में स्थित देवका व राधा रानी ईट भट्टे का दौरा किया। इस दौरान संगठन के पदाधिकरियों ने ईट भट्टो पर काम करने वाली महिलाओं से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा से संबंधित समस्याओं को लेकर वार्ता की जिसमे गर्भवती महिलाएं भी शामिल थी।
ईट भट्टो पर काम करने वाली महिलाओं ने खुलकर अपनी समस्याओं को संगठन के सामने रखा। संगठन की महिला पदाधिकरियों ने गर्भवती महिलाओं से वार्ता करते हुए स्वास्थ्य परीक्षण समय पर कराने की जानकारी ली तो महिलाओ ने अपनी कई समस्याओं से उन्हें रूबरू कराया। इन महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित समस्या जानकर संगठन ने उन्हें तुरंत स्वस्थ्य केंद्र पर ले जाकर जांच कराई और आवश्यक टीके भी लगवाए।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की महिला पदाधिकारी हेमलता का कहना था कि गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को उचित भोजन और ध्यान न रखने पर कई गंभीर बीमारियां हो जाती है। इन महिलाओं को भी समस्याएं हो रही थी जिनका चेकअप कराकर दवाइया दिलाई गई है।
संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि आज भी ईट भट्टो पर काम करने वाले मजदूरों को स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा नही मिल पा रही है जिससे ईट भट्टा मालिक भी इनका शोषण करते है। सरकार से असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को समाज के मुख्यधारा से जोडने के लिये कदम उठाने की मांग की गई है।