आगरा। स्वतन्त्रता की नींव, वीरों के महानायक चन्द्रशेखर आज़ाद जिनकी आत्मा ने छोड़ दिया था शरीर, पर मुट्ठी में कसा रहा हथियार। ऐसे बलिदानी जिन्होंने शिवाजी और महाराणा प्रताप के अस्त्र शास्त्र की परम्परा को जीवित रखा और भारत का गौरव बचाये रखा, उन सभी में सर्वोपरि और महानतम चंद्रशेखर आज़ाद जी का आज बलिदान दिवस पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा उनकी प्रतिमा पर दुग्ध अभिषेक किया।
आगरा के मोक्षधाम चौराहे पर स्थित चंद्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा को विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दूध से अभिषेक किया और चंद्रशेखर आजाद जी के बताए रास्ते पर चलकर उनके संस्कारों को बनाए रखने का प्रण लिया।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर जी का कहना है कि चंद्रशेखर कट्टर सनातनधर्मी परिवार में जन्म लिए थे। इनके पिता नेक, धर्मनिष्ट और राष्ट्रभक्ति के पक्के थे और उनमें कोई अहंकार नहीं था। वे बहुत स्वाभिमानी और दयालु प्रवर्ति के थे हमारी युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेकर समाज मे कार्यरत रहने चाहिए ।
वहीं आज के कार्यक्रम में बजरंगदल के सुरक्षा प्रमुख अनूप वर्मा, अभिषेक शर्मा, रवि लोहिया, मुकुल गुलजार, अनिल शर्मा, आकाश शर्मा आदि उपस्थित रहे।