उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार खिलाड़ियों को खेल के मैदान में उतरने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश टोक्यो ओलंपिक में देश का गौरव बढ़ाने जा रहे उत्तर प्रदेश के दसों खिलाड़ियों को 10 -10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। सिर्फ इतना ही नहीं जापान के टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता खिलाड़ियों के करोड़पति बनने की बातें भी सुर्खियों में हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बात का ऐलान किया है कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स में भाग लेने वाले प्रदेश के हर खिलाड़ी को दस-दस लाख रुपये का आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाएगा । राज्य सरकार ने इस बात को भी कहा है कि ओलंपिक में आयोजित होने वाले एकल खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को छह करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ी को चार करोड़ रुपये और कांस्य पदक लाने वाले खिलाड़ियों को दो करोड़ रुपये का आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाएगा।
खास बात यह है कि टोक्यो ओलंपिक में भारत के सौ खिलाड़ी भाग लेने जा रहे हैं जिनमें से दस उत्तर प्रदेश से हैं। इस बार उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों की संख्या पहले की अपेक्षा काफी बढ़ी है यही कारण है कि पदक मिलने की उम्मीद लगी हुई है। गौरतलब है कि जापान में 23 जुलाई से आठ अगस्त तक टोक्यो में ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा। बता दें इस बार के ओलंपिक में उत्तरप्रदेश से दस खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिनमें से सबसे ज्यादा खिलाड़ी मेरठ के हैं , जिनकी संख्या 5 है।वहीं बुलंदशहर के तीन और चंदौली और वाराणसी के एक-एक खिलाड़ी को इसमें देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों में मेरठ की प्रियंका गोस्वामी, अन्नु रानी और सीमा पूनिया (एथलेटिक्स), सौरभ चौधरी (शूटिंग) और वंदपा कटारिया(हॉकी) वहीं बुलंदशहर के सतीश कुमार (बॉक्सिंग), अरविंद सिंह (रोइंग) और मेराज अहमद खान (शूटिंग), इसके अलावा चंदौली के शिवपाल सिंह (एथलेटिक्स) और वाराणसी के ललित उपाध्याय (हॉकी) शामिल हैं।