आगरा। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर परंपरागत तरीके से निकाले जाने वाला जुलूस 2 दिसंबर को अब्बू लाला दरगाह से निकाला जाएगा। सर्व समाज को भाईचारे के सूत्र में पिरोने वाले इस जुलूस को लेकर शहर कांग्रेस कार्यालय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
इस जुलूस के आयोजक अबरार हुसैन ने बताया कि पिछले 34 साल से वह इस परंपरा को निभाया जा रहा हैं। इस बार यह 35वां जुलूस होगा जो 2 दिसंबर को इस्लामिक रीति रिवाज को पूरा करते हुए सैयदना अब्बू लाला की दरगाह से रवाना किया जाएगा। हाजी अबरार हुसैन ने बताया कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी रसूल अल्लाह की यौमे पैदाइश का दिन है। इस दिन वह धरती पर आए थे और सभी के बीच भाईचारे का सन्देश दिया। करीब 20 किलोमीटर लंबी इस जुलूस की यात्रा अब्बू लाला दरगाह की से शुरू होती है जो कदम शरीफ दरगाह पर जाकर समाप्त होगी।
इस जुलूस में सर्व समाज के लोग हिस्सा लेते हैं जिसके कारण पूरे शहर में भाईचारे का संदेश जाता है। इस जुलूस को इस्लामी झंडा दिखाकर रवाना किया जाता है। साथ ही जिन रास्तों से यह जुलूस गुजरता है वहां सर्व समाज के लोग इस जुलूस का स्वागत करते हैं।