एत्मादपुर। तहसील के थाना बरहन के गांव नगला सती में अवैध कब्जा हटाने गई पुलिस और तहसील प्रशासन की टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी और तहसील कुछ कर्मचारियों को पत्थर लगे। इसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से जवाबी कार्यवाही में बल प्रयोग किया गया जिसमें कई महिलाएं भी घायल हुई हैं।
दरअसल बरहन के गांव नगला सती में नायब तहसीलदार गजेंद्र पाल सिंह और थानाध्यक्ष बरहन सुभाष कठेरिया के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी के साथ अवैध कब्जे को हटाने के लिए पहुंची थी जहां ग्रामीणों ने ग्राम सभा की जमीन पर तालाब बना रखा था। जैसे ही टीम ने कार्यवाही शुरु की, वैसे ही महिलाएं वह कुछ लोगों ने उसका विरोध किया। जब टीम ने वहां से जाने के लिए कहा तो माहौल गरम हो गया और ग्रामीणों ने पथराव शुरु कर दिया। अधिकारियों और पुलिस को जब तक कुछ समझ आता तब तक कुछ पुलिसकर्मी और तहसील है कुछ कर्मचारियों को पत्थर लग गए। उसके बाद पुलिस ने रौद्र रूप धारण कर लिया और हमलावर ग्रामीणों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा जिसमें कुछ महिलाओं को गंभीर चोट आई है जिसमें विधवा व गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
हालांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी एत्मादपुर रजनीश मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस कब्जे को हटाने के लिए पहले भी कई बार प्रयास किया जा चुके हैं लेकिन ग्रामीणों ने पहले भी पथराव कर तीन को यहां से लौटा दिया है जिसके पास पर्याप्त पुलिस फोर्स के साथ टीम ने यहाँ कार्यवाही शुरु की थी वैसे ही ग्रामीणों ने टीम पर पथराव कर दिया। लाठीचार्ज की बात पर एसडीएम एत्मादपुर ने कहा कि कोई कोई लाठी चार्ज नहीं किया गया है केवल लोगों को खदेड़ने के लिए करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।
जबकि पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में एक महिला मीरा के कमर में तथा एक महिला पूनम के सिर में चोट आई है और अन्य महिलाओं के भी चोट आईं है।
कुछ ग्रामीणों की गिरफ्तारी के बाद हालात काबू में आने पर टीम ने दोबारा कार्रवाई शुरू करते हुए तीन जेसीबी से कब्जाए गए जमीन पर बनाए गए तालाब को मिट्टी से भर दिया।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट