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श्रमिक महिलाओं के इस हक़ के लिए लड़ रहा है यूपी ग्रामीण मजदूर संगठन

by admin

आगरा असंगठित व निर्माण क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं की स्थिति आज भी पुरूषों की अपेक्षा अच्छी नही है। इन महिलाओं की स्थिति को उन्हें शिक्षित बनाकर और उनके कौशल को निखारकर बेहतर बनाया जा सकता है। कुछ ऐसी ही भावनाओं को लेकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन ने बीडव्लूआई के सहयोग से हितधारक और नेटवर्किंग बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का शुभारंभ उप श्रमायुक्त डीके सिंह ने किया। बैठक में असंगठित क्षेत्र की महिला श्रमिकों ने और इस क्षेत्र में काम करने वाले ईट भट्टा मालिकों और ठेकेदारों ने भाग लिया।

बैठक के दौरान तमाम सामाजिक संगठनों ने महिला श्रमिकों की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखे और यह माना कि महिला श्रमिकों की स्थिति ठीक नही है। निर्माण व असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं के कौशल को निखारकर उनकी स्थिति को सुदृण बनाया जा सकता है।

इस दौरान महिला अधिवक्ता अंजली वर्मा का कहना था कि देश और प्रदेश में बढ़ रहे महिला अत्याचारों के पीछे महिलाओं के शिक्षित न होना बड़ा कारण है। जब भी समय मिले तो अवश्य पढ़ना चाहिए और अपनी प्रतिभाओं को निखारना चाहिए।

प्रतापपुरा स्थित एक होटल के सभागार में महिला मजदूरों को लेकर आवश्यक बैठक का आयोजन उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन और बीडब्ल्यूआई के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। बैठक में जनपद भर से समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बड़ी संख्या में आई महिला मजदूरों को सभी ने एक-एक करके महिलाओं को मिले अधिकारों के बारे में बताया।

डॉ अमित रावत ने कहा कि किसी भी देश को विकसित बनाने और उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मजदूर श्रमिक का हाथ होता है। भारत में असंगठित क्षेत्र के तमाम उधोगो और निर्माण क्षेत्र में हजारों की संख्या में असंगठित क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं मजदूर भी बड़ी संख्या में काम कर रही हैं लेकिन उन्हें उनके काम के अनुसार मजदूरी व मेहनताना नही मिलता है। इसलिए आज उन्हें पुरुष के समान अधिकार के लिए अपने कौशल को निखारना होगा।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने कहा आजादी के 70 सालों बाद भी महिलाओं को पुरुषों के बराबर समान वेतन आज तक नहीं मिला है। देश में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई कौशल विकास मिशन योजना के तहत इन महिलाओं के कौशल को ओर निखारना है और उनमें सहकारिता की भावना को पैदा करना है जिससे महिलाएं एकजुट होकर अपने हुनर को निखारने के साथ साथ अपना व्यापार शुरू कर सके।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की सचिव पिंकी जैन ने बताया कि विगत 20 वर्षों से संगठन मजदूरों के उत्थान और उनके बच्चों को शिक्षित बनाने का कार्य कर रहा है अभी तक हजारों बच्चों को संगठन ने मुफ्त शिक्षा देकर उन्हें शिक्षित बनाया है तो वहीं मजदूरों और महिला श्रमिकों के अधिकार सामाजिक और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ी है। अब संगठन महिला श्रमिक और मजदूरों को पुरुषों के समान वेतन मिले इसकी लड़ाई लड़ते हुए महिला श्रमिकों को कुशल श्रमिक बनाने का काम कर रहा है।

इस मौके पर दीनदयाल शर्मा, स्पीड सोसाइटी के चंद्रभान, राजकुमार, सेफगार्डिंग चिल्ड्रन सेवा समिति के रोहित कुमार, भूदेव सिंह राणा, एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा, एडवोकेट राधा कृष्ण लवानिया, आचार्य यादराम सिंह राकेश शर्मा, डॉ यादवेंद्र शर्मा, हेमलता गोला, पिंकी जैन, संजय शर्मा, राहुल शर्मा, चरण सिंह मौजूद रहे।

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