Agra. एक तरफ जहां शहर में क्रिसमस पर्व मनाया जा रहा था तो वहीं सनातन धर्म की जननी मां तुलसी का तुलसी दिवस भी मनाया जा रहा था। अखिल भारत हिंदू महासभा के जितेंद्र कुशवाह एवं प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर के नेतृत्व में तुलसी दिवस मनाया गया। रामबाग चौराहे पर मां तुलसी के समक्ष दीप जलाकर एवं धूप बत्ती जला कर पूजा अर्चना की गयी और लोगों को तुलसी के पौधे भी वितरित किये गए।
इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर ने कहा की तुलसी का पौधा आयुर्वेदिक है। इसकी पुष्टि तो युगों युगों से होती हुई आई है। वैज्ञानिक भी ऐसा ही मानते हैं कि आज जहां पर काफी प्रदूषण हो रहा है वहां तुलसी का पौधा लगाने से प्रदूषण काफी मात्रा में कम होता है तथा यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इस मौके पर शंकर श्रीवास्तव, रवि गोयल, कृष्णा राठौर, अंजलि प्रजापति, गोल्डी माहौर, पप्पू बघेल आदि मौजूद रहे।
वहीँ आगरा विकास मंच ने भी तुलसी पूजन दिवस मनाया। साथ ही हर किसी से आह्वान किया कि हर वर्ष 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन करें। तुलसी हमारे परिवार का अभिन्न अंग है। तुलसी पूजन से ही दिन की शुरुआत होती है। इस दौरान तुलसी मैया के जयकारे भी लगाए गए।
यह कार्यक्रम यूपीएसआईडीसी के ईपीआईपी, शास्त्रीपुरम, सिकंदरा स्थित अशोक नक्षत्र वाटिका में किया गया। मंच ने यहां 21 प्रकार के पौधे रोपे हैं। इन्हीं पौधों के बीच गमले में तुलसी मैया की स्थापना की गई। इसके चारों ओर महिला और पुरुषों ने बैठकर पूजन किया। सबके हाथ में दीपक थे। फिर गीत गाते हुए तुलसी की परिक्रमा की।
आगरा विकास मंच के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि आज से बड़े दिन की शुरूआत होती है। ऐसे में हमें काम करने के लिए अधिक समय मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुराणों में तुलसी की गाथा सर्वविदित है। तुलसी से की गई प्रार्थना सीधे श्रीहरि सुनते हैं। तुलसी का औषधीय महत्व को जगजाहिर है। कोरोना काल में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तुलसी का विभिन्न रूपों में प्रयोग किया गया।
आगरा विकास मंच के संयोजक सुनील कुमार जैन ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व अशोक नक्षत्र वाटिका में लगाए गए 18 पौधे पूरी तरह सुरक्षित हैं। काफी बड़े हो गए हैं। वह दिन भी आने वाला है जब लोग अशोक नक्षत्र वाटिका को देखने आएंगे। उन्होंने आह्वान किया कि 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन कर भारतीय संस्कृति की रक्षा करें।