आगरा। कपड़ों पर जीएसटी दर बढ़ाए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की जिला इकाई ने एडीशनल कमिश्नर, वाणिज्य कर अजय कुमार सिंह से मुलाकात की और ज्ञापन सौंप कपड़ों पर जीएसटी दर बढ़ाए जाने का विरोध जताया। कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि जब सरकार को हर महीने जीएसटी के लक्ष्य से ज्यादा एक लाख करोड़ से ऊपर की राजस्व की प्राप्ति हो रही है तो फिर उन्हें कपड़े पर जीएसटी दर बढ़ाने की क्या जरूरत है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना है कि अभी हाल में व्यापारियों ने कोरोना काल का आर्थिक दंश झेला है। व्यापारी अभी इससे उबर नहीं पाए हैं कि सरकार कपड़ों पर जीएसटी दर बढ़ाकर उन्हें एक और आर्थिक चोट पहुंचाई जा रही है।
उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष गिर्राज अग्रवाल ने कहा कि पूर्व में जब कपड़ा कर मुक्त था, तब कपड़ा व्यापारियों ने कपड़े पर 5% जीएसटी लगाने के खिलाफ भारी आंदोलन किया था। अब फिर से यह जीएसटी दर बढ़ाई जा रही है जिससे न केवल बाजारों में महंगाई बढ़ेगी बल्कि चीन से आने वाले माल की तादाद बढ़ेगी जिसका नुकसान यहां की इंडस्ट्रियल एरिया को भुगतना पड़ेगा। सभी व्यापारियों ने चेतावनी दी है यदि ऐसा हुआ तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में मंडल अध्यक्ष निर्मल कुमार जैन, प्रदेश मंत्री राज कुमार गुरनानी, जिला महामंत्री दीपक शर्मा, कोषाध्यक्ष डीसी मित्तल, युवा जिला महामंत्री सुनील जैन, फल मंडी के अध्यक्ष सुलेमान, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।