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‘टेक्निकल गुफ्तगू’ से हिंदी में कोर्स सीख हज़ारों युवा पा चुके हैं नौकरी, लोकप्रिय हुआ Youtube Channel

by admin
Thousands of youth have got jobs by learning courses in Hindi from 'Technical Guftagu', Youtube Channel became popular

यदि आप में टैलेंट हो, तो आपकी मेहनत एक न एक दिन जरूर रंग लाती है। कुछ ऐसा ही भूपिंदर राजपूत के साथ हुआ। क्लाउड कंप्यूटिंग की दुनिया में “देसी क्लाउड गुरु” के नाम से मशहूर भूपिंदर राजपूत की उम्र – 33 साल है, वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश बुलंदशहर के रहने वाले है। भूपिंदर के चैनल टेक्नीकल गुफ्तगू पर 5 लाख सब्सक्राइबर हैं और आज वह YouTube पर एक जाना माना नाम है, जिनमें ज्यादातर लोग भारत और पड़ोसी देशों से हैं। उनका चैनल ‘टेक्निकल गुफ्तगू’ न सिर्फ लोगों को हिंदी में सभी नवीनतम तकनीक सिखा रहा है, बल्कि लोगों को पैसे की भी बचत करा रहा है। इनके चैनल के माध्यम से लोग Amazon AWS, Microsoft Azure, ccna, Devops जैसे विषयों को सीख रहे हैं, जल्द ही वह देहरादून में अपना पहला संस्थान शुरू करने की योजना बना रहे हैं।

2019 में खास तौर पर उत्तर भारत के बच्चो को आने वाली तकनीक यानि क्लाउड और DevOps से जोड़ने के लिए उन्होंने यू टूबर बनने की ठानी। फिर शुरू कर दिया गरीब और इंग्लिश न समझने वाले बच्चो के लिए अपना चैनल “टेक्निकल गुफ्तगू”। जहाँ पर वो मुफ्त शिक्षा का प्रचार प्रसार करने लगे। तकरीबन 1000 लोगों की सिर्फ इन्ही की वीडियोज से पढ़कर लाखों रुपये की नौकरी लग चुकी है।

भूपिंदर राजपूत का शुरुआती करियर कुछ खास नहीं रहा। 2010 में ओखला फेज 3 में उनकी पहली नौकरी लगी, जहां उनकी मासिक आय बहुत कम थी। इसलिए उन्होंने एम.टेक करने का फैसला किया, उसके बाद भी करियर की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही। कमजोर अंग्रेजी भाषा सभी साक्षात्कारों और नौकरी में उनके आड़े आती रही। उन्होंने अंग्रेजी सीखी, लेकिन वे संतुष्ट नहीं थे, यह सोचकर कि यूपी-बिहार से आने वाले अन्य छात्रों को क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी नई तकनीकों को सीखने में बहुत परेशानी होती होगी, फिर उन्होंने खुद पढ़ाने का फैसला किया।

उन्होंने मुफ्त शिक्षा के लिए अपना यू ट्यूब चैनल शुरू किया। अंग्रेज़ी में बहुत सारे कोर्सेज पहले से ही youtube पर उपलब्ध है लेकिन हिंदी में लेटेस्ट टेक्नोलॉजीज पर कोई भी चैनल नही है। इसलिए उन्होंने महसूस किया कि हिंदी भाषा के लोगों को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, तभी उन्होंने हिंदी, उर्दू में शिक्षा देने का फैसला किया और यू ट्यूब पर मुफ्त शिक्षा प्रदान करना शुरू किया।

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