आगरा जनपद के ब्लॉक बाह के यमुना किनारे बसे तीर्थ धाम बटेश्वर उत्तर भारत का प्रमुख तीर्थ स्थल है। महाभारत कालीन जमाने से तीर्थ धाम का बड़ा ही महत्व है। सावन माह के सोमवारों को हर श्रद्धालु भगवान भोले के दर्शनों के लिए लालसा रखता है। जिसे लेकर तीर्थ धाम बटेश्वर में देश के कई राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सावन माह के तीसरे सोमवार को तीर्थ धाम बटेश्वर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा देश के दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ आदि राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोले के दर्शनों के लिए पहुंचे। रविवार रात से ही दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने तीर्थ धाम में डेरा डाल लिया। रविवार रात 12:00 बजे से ही श्रद्धालुओं ने यमुना में स्नानकर भोले के मंदिरों में पूजा अर्चना शुरू कर दी। डांक कावड़ लेकर आने वाली युवा श्रद्धालुओं ने गंगाजल का जलाभिषेक कर भगवान का आशीर्वाद लिया।
सोमवार सुबह श्रद्धालुओं की भीड़ हजारों की संख्या में देखी गई चारों तरफ लोगों की भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी यमुना के घाट पूरी तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ से भरे हुए थे। लोग स्नान कर भोले के मंदिरों में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना कर अपने परिवार के साथ आशीर्वाद लिया। जाम के झाम से निपटने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा।

वहीं कोरोना काल में मंदिर नहीं खुलने की घोषणा के बाद भी श्रद्धालु नहीं माने। कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां पूरी तरह से उड़ती हुई नजर आई। सामाजिक दूरियां तो छोड़िए कोरोना गाइडलाइंस का पालन तक नहीं हुआ। ऐसे में अगर संक्रमण फैलता है आखिर जिम्मेदारी किसकी होगी।
मुख्य मार्ग से तीर्थ तक लगा जाम
तीर्थ धाम बटेश्वर में सावन माह के तीसरे सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। जहां दूरदराज से लोग अपने वाहनों एवं अन्य प्राइवेट निजी वाहनों से पहुंचे। बाह बटेश्वर मुख्य मार्ग से लेकर करीब 6 किलोमीटर दूर बटेश्वर धाम जाम लगा रहा। जाम इतना ज्यादा था कि ने पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जाम खुलवाने के लिए पुलिस जूझती नजर आई। श्रद्धालु एक दूसरे से झगड़ते हुए रहे। वाहनों की कतार पैदल यात्री कावड़ लेकर आने वाले लोगों का भी हुजूम देखा गया। पुराना काल में तीर्थ धाम बटेश्वर में भीड़ देखने को मिली चारों तरफ पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे मगर फिर भी जिससे प्रशासन की व्यवस्था फेल होती नजर आई।
रिपोर्ट – नीरज परिहार तहसील बाह आगरा