आगरा। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की कोरोना जांच को लेकर नई गाइडलाइन के बाद मुख्यमंत्री ने पहले चरण में लखनऊ, कानपुर, मेरठ समेत छह जिलों में एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना जांच शुरू होने के निर्देश दे दिए हैं। दूसरे चरण में आगरा में भी एंटीजन टेस्ट से मरीजों की जांच होना शुरू हो जाएगी। इस टेस्ट में खून के सैंपल की जांच से कोरोना संक्रमण का तत्काल पता चल जाएगा। कोरोना जांच की इस नई तकनीक से गंभीर मरीजों के उपचार व संक्रमण के फैलाव की पहचान आसान हो जाएगी।
आगरा जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि एंटीजन टेस्ट से ऐसे कोरोना संदिग्ध मरीज जिन्हें तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है उनमें संक्रमण का पता लगाया जा सकेगा। साथ ही समुदाय में इस टेस्ट से संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद मिलेगी। डीएम ने बताया कि ट्रूनैट मशीन से जिस तरह दो घंटे में निगेटिव केस के बारे में पता चल जाता है, उसी तरह एंटीजन या एंडीबॉडी टेस्ट से 30 मिनट में पॉजिटिव केस के बारे में मालूम किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि जिस तरह ट्रूनैट टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे दोबारा जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन पर भेजा जाता है। उसी तरह एंटीजन टेस्ट के बाद भी आरटीपीसीआर मशीन से जांच कराई जाएगी।
एंटीजन टेस्ट किट से खून के नमूने की जांच होती है। पैथोलॉजिस्ट डॉ. स्मिता कुलश्रेष्ठ ने बताया कि खून में मौजूद एंटीबॉडी इस एंटीजन को पकड़ लेती है। इस तरह मरीज में वायरस की उपस्थिति का पता चल जाता है।