आगरा। ताजनगरी के अस्पतालों में कन्या भ्रूण हत्या और पीएनडीटी एक्ट उल्लंघन के कई मामले आने के बाद अब आगरा शहर के कई अस्पतालों में एक और नया रैकेट का खुलासा हुआ है जिस के तार आगरा से लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के अलावा अन्य प्रदेश के शहरों से भी जुड़े हुए हैं और यह नेटवर्क पूरे देश में कितना बड़ा हो सकता है इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। यह रैकेट किडनी के गोरखधंधे के हुए भंडाफोड़ मामले में सामने आया है। किडनी के इस गोरखधंधे में आगरा के कई नामी-गिरामी अस्पताल भी शामिल हैं। इस मामले की खुल जाने के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों और आगरा के अस्पतालों में भी जांच और कार्रवाई शुरू हो चुकी है। जाहिर है कि इस खुलासे के बाद आगरा शहर में हड़कंप मचना तय है।
बताते चलें कि किडनी के इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ कानपुर शहर से हुआ है जहां नौबस्ता से पुलिस ने इस किडनी गैंग के छह शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है। किडनी रैकेट के खुलासे के बाद यह बात सामने आई है कि इस गैंग के लोग गरीबों को लालच देकर और अस्पतालों से संपर्क करें गरीबों की किडनी निकाल बेचने का गोरख धंधा करते थे। हैरानी की बात यह है कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी यह किडनी रैकेट बड़े स्तर पर इस कारनामे को अंजाम दे रहा था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस किडनी रैकेट के सरगना कोलकाता के निवासी हैं जिसमें दो मुख्य सरगना एक महिला और एक पुरूष हैं जो कि कानपुर में हुई कार्रवाई के बाद अंडर ग्राउंड हो गए हैं। जानकारी में यह बात सामने आई है कि गरीबों को जाल में फंसा कर किडनी गैंग के सरगना 50 लाख रूपय में किडनी को बेच देती थे और ₹5 लाख गरीब को दिए जाते थे। कोलकाता से लेकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह रैकेट फैला हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इस रैकेट में आगरा के कई नामी-गिरामी नर्सिंग होम भी शामिल हैं जिन पर कार्यवाही संभव है।
बरहाल कानपुर में गिरफ्तार हुए 6 शातिर लोगों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और इस रैकेट में शामिल सभी तथ्यों को इकठ्ठा करने का प्रयास कर रही है। ताकि मालूम हो सके कि यह गैंग कितना बड़ा है और उसके खिलाफ कितनी बड़ी कार्रवाई की जानी है।