Agra. आगरा के जिला अस्पताल में आज कई घटनाओं के चलते हड़कंप मचा रहा। जिला अस्पताल के साथ साथ सीएमएस कार्यालय में अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। इन घटनाओं के चलते सीएमएस डॉ. ए. के. अग्रवाल का पारा भी पूरी तरह से चढ़ा हुआ था। मामला संभालने का प्रयास सीएमएस कर रहे थे तो अधीनस्थ कर्मचारी गलतियों पर गलती कर उनके गुस्से को और बढ़ा रहे थे। इन गलतियों के चलते सीएमएस ए के अग्रवाल ने गलती करने वाले कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांग लिया।
एंबुलेंस पहुंची खेरिया के गेट पर
पहला मामला आगरा जिला अस्पताल की एंबुलेंस से जुड़ा हुआ है। जिला अस्पताल का एंबुलेंस चालक एक शव को एंबुलेंस में रखकर घूमता रहा। एंबुलेंस चालक उस शव को मृतक के परिजन के कहने पर खेरिया एयरपोर्ट पर ले जा रहा था, तभी खेरिया गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया और उससे पूछताछ करना शुरू कर दिया। एंबुलेंस में शव होने पर उसे कागज मांगे तो उसके भी होश उड़ गए। मामला सीएमएस ए.के अग्रवाल तक पहुंचा तो उनका भी पारा चढ़ गया। उनको यह समझ में नहीं आया कि बिना उनकी अनुमति के एंबुलेंस जिला अस्पताल से चली कैसे गई। सीएमएस डॉ. अग्रवाल ने अधीनस्थों को जमकर लताड़ लगाई और एंबुलेंस चालक के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ इस पूरे मामले में सम्मिलित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांग लिया। बताया जाता है कि इस मामले की गूंज ऊपर तक गई।
बिना सूचना दिए लौटाया ब्लड
दूसरा मामला जिला अस्पताल में ही एक मरीज को रक्त चढ़ाने से संबंधित है। जिला अस्पताल की ओर से एसएन मेडिकल कॉलेज की ब्लड कैंसर मरीज के लिए ब्लड मंगाया गया लेकिन ब्लड की एक्सपायरी डेट मंगलवार होने के चलते मरीज के परिजनों ने उसे मरीज को चढ़ाने से मना कर दिया। सिस्टर ने उसे वापस एसएन मेडिकल ब्लड बैंक भिजवा दिया और इस संबंध में अपने उच्च अधिकारियों को भी कोई सूचना नहीं दी। बताया जाता है कि ब्लड लौटाने के कारण एसएन मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक में भी हंगामा हुआ और सीएमएस एके अग्रवाल को जवाब भी देना पड़ा।
इस पर सीएमएस ए के अग्रवाल का एक बार फिर पारा चढ़ गया। उन्होंने सिस्टर को मौके पर बुलाया और उसकी जमकर क्लास लगाई। सिस्टर अपने बचाव में कहा कि मरीज के परिजन ही ब्लड नहीं चढ़ने दे रहे थे इसीलिए उसने ब्लड वापस करा दिया तो सीएमएस ए. के.अग्रवाल ने कहा कि या तो तुम सब डॉक्टर हो या फिर मैं हूं, ब्लड क्यों नहीं चढ़ा।’ इस पर उस सिस्टर को भी स्पष्टीकरण देने की नोटिस जारी किया गया।