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यमुना नदी का पानी घुसा शहर में, बड़े नाले मारने लगे बैक, चंद घंटों में नदी खतरे के निशान कर सकती है पार

by admin

Agra. यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अब तो यमुना के बढ़ते जलस्तर ने शहर में भी दस्तक दे दी है। यमुना किनारे काली देवी की मंदिर के पास बने अंडर ब्रिज के नीचे जलभराव हो गया। अंडर ब्रिज के नीचे लगभग 2 फुट तक पानी भर गया जिसके चलते लोगों को आवागमन में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर यमुना नदी के पानी के आ जाने से विशेषकर बेलनगंज-मोतीगंज क्षेत्र के लोगों की दिल की धड़कन बढ़ गई है। लोगों को अब पुराना समय याद आने लगा जब वर्ष 1978 में पहली बार आगरा में बाढ़ आई थी।

यमुना छू रही है खतरे के निशान को

जिस तेजी के साथ यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है उससे यमुना जल्दी खतरे के निशान को पार कर जाएगी। सुबह जब यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा था और सड़क पर पानी आ गया था। उस समय यमुना का जलस्तर 494.80 पहुँच गया था जो कि खतरे के निशान 495 से महज कुछ ही नीचे है। उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ ही घंटों बाद यमुना खतरे के निशान को पार कर जाएगी। यानी यमुना किनारे के तटवर्ती इलाकों में पानी और बढ़ेगा।

यमुना में गिरने वाले नाले हुए बैक

आपको बताते चलें कि आगरा शहर का जो ड्रेनेज सिस्टम है उस सिस्टम के हिसाब से शहर का गंदा पानी यमुना में नालों के माध्यम से गिरता है लेकिन अब यमुना लबालब हो गई है तो नाले बैक मारने लगे हैं। यानी शहर के नालों का पानी यमुना में गिरने की वजह यमुना से वापस शहर की ओर आने लगा है। ऐसी स्थिति के चलते शहर के बड़े नालों से पानी ना निकलने से जलभराव की स्थिति भी बनने लगी है।

1978 में आई थी बाढ़

जानकारी के मुताबिक इस समय जो हालात बन रहे हैं, वह इससे पहले 1978 में भी बने थे। उस समय यमुना नदी का पानी शहर में घुस आया था और शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे। जिस तेजी के साथ यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है और यमुना का पानी शहर में घुस रहा है। उससे लोग भी अंदाजा लगा रहे हैं कि यमुना के निकटवर्ती जो इलाके हैं वह जलमग्न हो जाएंगे।

यमुना का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। यमुना के जलस्तर बढ़ने से ताजगंज धाम का नजारा भी बिल्कुल अलग हो गया है। ताजगंज मोक्षधाम के निचला हिस्सा पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। लगभग दो-दो फुट तक पानी भर गया है जिन लोगों ने कल यहां अपने परिजनों का अंतिम संस्कार किया था। जब वो आज आये तो स्थिति विपरीत दिखाई दी। अपने परिजनों के फूल ढूढ़ने में उन्हें खासा दिक्कत हुई।

अंतिम संस्कार रोके गए

ताजगंज शमशान घाट के निचले हिस्से पर पानी भर जाने के बाद यहां के प्रशासन द्वारा निचले इस पर अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी है। जो ऊपर की तरफ रहता है उसी पर अंतिम संस्कार किए जाने की अनुमति है लेकिन जिस तेजी के साथ यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है और ताजगंज मोक्ष धाम में पानी अंदर प्रवेश कर रहा है। उससे आशंका जताई जा रही है कि ऊपर का हिस्सा भी कहीं जल मग्न न हो जाये।

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