आगरा। एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव कुमार शुक्ला पत्रकारों से रूबरू हुए पत्रकार वार्ता के दौरान जहां उन्होंने भाजपा की जनहित नीतियों के सामने रखा तो वहीं पत्रकारों के तीखे सवालों को का भी उन्होंने खुलकर जवाब दिया।
आए दिन पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई समस्याओं को लेकर और पेट्रोल करीब 76 रूपए प्रति लीटर बिकने का पत्रकारों ने सवाल उठाया तो केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री का कहना था कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। सरकार इस पर चिंतित है लेकिन पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ने का मुख्य कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उछाल है। पेट्रोल और डीजल के के बढ़ते दामों से लोगों को राहत देने के लिए सभी राज्यों की सरकार से बातचीत की जा रही है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए क्योंकि अभी देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर अलग-अलग तरह से कर लगता है।
पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए सभी राज्यों की सहमति जरूरी है और जल्द ही इस समस्या का भी समाधान कर लिया जाएगा। इतना ही नहीं बैंक घोटाले को लेकर पूछे गए सवाल पर भी केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने टिप्पणी की उनका कहना था कि जितने भी घोटाले हुए हैं वह सब यूपीए सरकार के हैं। हम तो केवल उनकी भरपाई कर रहे हैं।
पत्रकारों का कहना था कि बैंकों की भी स्थिति ठीक नहीं और एनआईटी बढ़ाया गया है तो केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने जवाब दिया कि बैंकों की खस्ताहाल यूपीए सरकार की देन है। जितने भी बैंक के कर्जदार है वह दिवालिया हो गए हैं और बैंक की स्थिति को दूर करने के लिए एनआईटी बढ़ाया गया है जिससे बैंकों से आम व्यक्ति का विश्वास ना उठे।