Agra. पिछले कई महीनों से खाली पड़े जिला अध्यक्ष के पद की दौड़ में कई कांग्रेसियों के नाम शामिल है लेकिन इन कांग्रेसियों को अब जोर का झटका लगने वाला है। क्योंकि हाईकमान ने अभी तक जिला अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल लोगों के नामों पर कोई विचार नहीं किया है बल्कि पूर्व के ही एक वरिष्ठ व कद्दावर नेता जो इस पद को भली-भांति संभाल चुके हैं उनको यह जिम्मेदारी दिए जाने पर विचार चल रहा है। हाईकमान इस जिम्मेदारी को लेकर कई बार इस वरिष्ठ नेता से वार्ता कर चुका है लेकिन कोई प्रतिक्रिया ना होने पर हाईकमान भी अभी बैकफुट पर है क्योंकि उनकी पहली पसंद यही कांग्रेस कार्यकर्ता बना हुआ है।
आपको बताते चले कि पिछले दिनों निवर्तमान जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित के नेतृत्व में टोरंट के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे थे। इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए कुछ लोगों के साथ पैसों के लेनदेन की बातचीत की वीडियो वायरल हुए थे जिसकी गूंज लखनऊ तक गूंजी थी। इन वीडियो के वायरल होने के बाद मनोज दीक्षित ने स्वयं ही जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से जिला अध्यक्ष पद अभी तक रिक्त चला रहा है और कांग्रेस हाईकमान आगरा जिले के लिए अभी तक कोई ऐसा कार्यकर्ता भी नहीं खोज पाया है जो इस पद को इमानदारी से संभालते हुए पार्टी को मजबूत कर सके।
निवर्तमान जिला अध्यक्ष के पैसों की बातचीत के वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस की जो किरकिरी हुई थी उसको लेकर कांग्रेस हाईकमान भी अब फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। इसीलिए जिला अध्यक्ष पद के लिए आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नए नामों पर विचार करने की वजाए हाई कमान पुराने व वरिष्ठ और पार्टी के वफादार कार्यकर्ता पर दांव लगाने के इच्छुक है जो इस पद को अच्छी तरह से संभाल चुका हो और उसकी साख पर कोई दाग ना हो। इसलिए हाईकमान एक कार्यकर्ता से बार-बार संपर्क करने में जुटा हुआ है।
नाम न बताने की शर्त पर एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि हाईकमान लगातार उनके संपर्क में हैं और उनसे एक बार फिर इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए कह रहा है जिससे आगरा जिले में निवर्तमान जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित के मामले को लेकर पार्टी की जो साख बिगड़ी है उसे सुधारा जा सके। आम जनमानस पार्टी की कार्यशैली में फिर विश्वास कर सके।