आगरा। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार ने सख्त रवैया अपना रखा है लेकिन इसके बावजूद कुछ भ्रष्ट अधिकारी योगी सरकार की इस मंशा को पलीता लगा रहे हैं। गुरुवार को ऐसे ही एक भ्रष्ट लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। एंटी करप्शन टीम ने इस रिश्वत खोर लेखपाल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम दिया है।
बताया जाता है कि पीड़ित किसान चंद्रमोहन ने एंटी करप्शन विभाग से शिकायत की थी कि हिस्सा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए फतेहाबाद तहसील का लेखपाल ने 10 हजार रिश्वत मांगी है। इस शिकायत पर कार्यवाही की और भ्रष्ट लेखपाल को ग्राम पंचायत कौलारा कलाँ स्टेट बैंक के पास से गिरफ्तार किया।
शिकायतकर्ता पीड़ित किसान चंद्रमोहन निवासी नगला हरे ने बताया कि हिस्सा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए उसने फतेहाबाद तहसील में प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन कोविड के चलते उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जब पीड़ित किसान ने व्यक्तिगत रूप से उस लेखपाल से मुलाकात की तो उसने प्रमाण पत्र के लिए बनाने के लिए दस हजार की मांग की। लेखपाल को गरीब की दुहाई दी तो लेखपाल ने 5 हजार की डिमांड रखी। पीड़ित ने बताया कि लेखपाल किसान को नहीं छोड़ रहे तो किसे छोड़ेंगे, यह सोचकर उन्होंने एन्टी करप्शन विभाग से शिकायत की। विभाग की टीम एलर्ट हुई और किसान से रिश्वत देते हुए लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया और उसे डौकी थाना ले आई।
बताया जाता है कि भ्रष्ट लेखपाल ग्राम पंचायत कौलारा कलाँ में इस समय कार्यरत है। यह लेखपाल क्षेत्र में खासा चर्चित है। फिलहाल एंटी करप्शन विभाग की टीम भ्रष्ट लेखपाल के ख़िलाफ़ कानूनी कार्यवाही को अंजाम दे दिया है।