आगरा। पिछले दिनों तहसील खेरागढ़ में कार्यरत लेखपाल सुरेश चंद्र अग्रवाल के साथ हुई मारपीट की घटना को हुए 1 माह बीत जाने के बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही न होने से नाराज लेखपालों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की ओर से दोषियों पर सुसंगत धाराओ में मुकदमा न लिखे जाने के विरोध में 6 तहसीलो पर कलमबंध धरना दिया गया। सदर तहसील पर भी लेखपाल ने काम बंद कर धरना दिया और कार्य का बहिष्कार भी कर दिया। तहसील सदर में धरने की अध्यक्षता वरिष्ठ साथी भीकम सिंह और सभा का संचालन पूर्व मंत्री प्रताप सिंह ने किया। लेखपालो ने तहसील से खतौनी की नक़ल निकलना और आय, जाती, निवास प्रमाण पत्रो की भी जाँच बंद कर दी है।
लेखपालो का कहना था कि धरने के कारण विभाग को लाखो रूपए के राजस्व की हो रही हानि के लिए प्रशासन और पुलिस जिम्मेदार है। इतना ही नहीं लेखपालो का कहना है जिस व्यक्ति ने साथी के साथ मारपीट की थी उस पर पहले से ही 11 मुक़दमे दर्ज है लेकिन फिर भी पुलिस आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही नहीं कर रही है।
लेखपालो को इस लड़ाई में रजिस्ट्रार कानूनगो एवम आर के ,एल आर सी संघ के अध्यक्ष शीलेन्द्र सिंह ने पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। धरने में जिलाध्यक्ष चौधरी भीमसेन तहसील अध्यक्ष श्रीनिवास यादव तहसील मंन्त्री सतीश कुशवाह डॉ0 दिनेश सिंह राजेन्द्र बघेल आदि समस्त साथी उपस्थित रहें।