आगरा। बिल्डिंग एंड वुड वर्कर इंटरनेशनल (BWI) के इंटरनेशनल प्रेसीडेंट पेयो सी 13 बुधवार को अचानक धनौली स्थित बाल श्रमिक विद्यालय पहुंचे। श्रमिक विद्यालय पहुँचने पर बी डव्लू आई के नये प्रेसीडेंट और उनकी टीम का भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत सत्कार हुआ। इसके बाद प्रेसीडेंट पेयो सी ने अपनी टीम के साथ इस विद्यालय की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया। बी डव्लू आई के नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट ने स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे मजदूरो और श्रमिको के बच्चों से वार्ता की और स्कूल की कार्यप्रणाली को भी जाना। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने भी बेबाकी से उन्हें जबाब दिया जिससे बी डव्लू आई के इंटरनेशनल प्रेसीडेंट और उनकी टीम संतुष्ट और उत्साहित दिखाई दी। इस दौरान उनके साथ पूर्व प्रेसीडेंट इंटरनेशनल बी डव्लू आई भी मौजूद रहे।
खास बात ये है कि बी डव्लू आई के नये प्रेसीडेंट पेयो सी पहली बार भारत आये हैं और दिल्ली में बैठक करने के बाद आगरा में इस विद्यालय का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर इंटरनेशल प्रेसीडेंट पेयो सी ने कहा कि यूनियन का उद्देश्य श्रमिकों के हित की रक्षा करना, उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा अधिकारों का ध्यान रखना है। उनकी यूनियन विश्व के कई देशों में कार्यरत है और करीब 135 श्रमिक संगठन इससे जुड़े हुए है। हमारी यूनियन करीब तीन दशकों से इस संगठन से जुड़ा है जो बालश्रम को खत्म करने के प्रयास में जुटे है। आज इस स्कूल की प्रगति और बच्चों को मिल रही बेहतर शिक्षा को देखकर सभी खुश है और इससे संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा की मेहनत भी सफल हुई है।
इस अवसर पर राजीव शर्मा ने कहा कि आज आवश्यकता है समान शिक्षा और समान अधिकार की, लेकिन ये उद्देश्य कहीं न कहीं पिछड़ा हुआ है और यही कारण है कि बाल श्रम की नौबत आती है। आज सरकारी विद्यालयों में भी शिक्षा का वो स्तर नहीं मिल पा रहा है, जो स्तर एक निजी स्कूल में होता है। यदि आर्थिक स्तर पर समानता लाई जाये, तो बाल श्रम के दलदल को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर श्रमिक शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष पंडित तुलाराम शर्मा ने बताया कि बच्चों से बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ BWI द्वारा इन स्कूलों का संचालन कराया जा रहा है, उसमें सफलता मिल रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजूदर श्रमिक शिक्षा संस्थान के प्रयासों की भी सराहना की।