आगरा। आवास विकास कॉलोनी में 1 सितंबर को सोने के बिस्कुट सहित आभूषण और ₹2 लाख रुपये चोरी होने की घटना का थाना जगदीशपुरा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस घटना में पीड़ित ने अपने भांजे पर चोरी का शक जताया था लेकिन घटना के खुलासे के बाद सामने आया कि पीड़ित के एक दूर के रिश्तेदार युवक ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। आरोपी युवक का आना-जाना पीड़ित के घर पर लगा रहता था।
बताते चलें कि आवास विकास निवासी प्रेमचंद्र 7 अगस्त को अपनी एक बेटी को घर पर अकेला छोड़कर बाकी पूरे परिवार को दुर्गापुर बंगाल छोड़ने गए थे। वापस आने के बाद जब उन्होंने अपने घर की अलमारी चेक की तो उसमें से ₹2 लाख रुपये, सोने के बिस्कुट एवं सोने चांदी के आभूषण गायब थे। उन्हें पता चला कि उनके पीछे उनका भांजा सत्यनारायण आया था। अपने भांजे पर शक जताते हुए पीड़ित प्रेमचंद्र ने चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस इस घटना में संलिप्त आरोपी की गिरफ्तारी की प्रयास कर रही थी। तभी उन्हें मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की पीड़ित के घर चोरी करने वाला आरोपी सोने के बिस्कुट बेचने व छुपाने के लिए किसी व्यक्ति के इंतजार में वी एस टावर के पास खड़ा हुआ है। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के बाद युवक ने अपना नाम रोहित बताया। रोहित ने बताया कि वह पीड़ित का दूर का रिश्तेदार लगता है। जब प्रेमचंद अपने परिवार को छोड़ने बंगाल गए थे तो उसी का फायदा उठाते हुए मौका देख कर अलमारी से चाबी खोलकर उसमें रखा पूरा सामान चोरी कर लिया और लॉक लगाकर बंद कर दिया। चोरी करने के बाद भी वह पीड़ित के घर आता-जाता करता रहा क्योंकि किसी को उस पर कोई शक नहीं था।
आरोपी रोहित ने बताया कि उसके ऊपर कई लोगों का कर्जा था। इसलिए उसने इटावा में एक ब्रोकर के माध्यम से दो सोने के बिस्कुट 60 लाख रुपये में बेच दिए। पीड़ित प्रेमचंद्र का भी कर्जा भी उसके ऊपर था। उनके खाते में ₹5 लाख जमा कराने और अपने खाते में ₹10 लाख जमा करने के बाद शेष रकम छुपाने के लिए इटावा जा रहा था, इसी दौरान उसे पकड़ लिया गया।