आगरा। अतिथि देवो भव: की परंपरा के साथ हम भारतीय विदेशों से आने वाले पर्यटकों का आदर सत्कार करते है लेकिन थोड़े ज्यादा पैसे कमाने के लालच में कुछ लोग भारत की छवि धूमिल कर देते है। ऐसी ही घटना स्वीडन से भारत घूमने आई दो स्वीडिश महिला पर्यटक के साथ हुई जो कि स्वीडन की स्टूडेंट है।
दिल्ली आगमन पर इनका संपर्क दिल्ली के एक ट्रैवल एजेंट से हुआ जिसने फर्जी ट्रेवल एजेंसी इंडिया टूर इन्फॉर्मेशन को भारत सरकार की एजेंसी बताते हुए दोनो महिला पर्यटकों को आगरा, दिल्ली और भरतपुर का टूर पैकेज 4 लाख रुपये में बेच दिया जबकि इस टूर की कीमत सिर्फ एक लाख रुपये है। आगरा आगमन पर ताजमहल भ्रमण के दौरान कुछ लोगों से वार्ता के दौरान दोनों महिला पर्यटकों को अपने साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई। महिला पर्यटकों ने पर्यटन थाने में लिखित शिकायत की तो पर्यटन पुलिस हरकत में आई और इंडिया टूर इन्फॉर्मेशन के टूर ऑपरेटर पर कार्यवाही की तो उसने तुरंत ढाई लाख रुपये वापस कर दिए। अपने पैसे वापस पाकर दोनों महिला पर्यटक उत्साहित दिखी और पर्यटन पुलिस को धन्यवाद किया।
महिला पर्यटकों ने बताया कि जब वो दिल्ली से चली तो उनके टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि आप किसी से बात नहीं कर सकती, किसी को फोन नहीं कर सकती, जिससे वो सहम गई और ताजमहल देखने के दौरान लोगों से वार्ता होने पर सीधे पर्यटन थाने पहुँची और अपनी आप बीती सुनाई। जिस पर पुलिस ने कार्यवाही की और उनका पैसा वापस कराया।
सीओ ताज सुरक्षा मोहसिन खान ने बताया कि पर्यटकों की लिखित शिकायत पर तत्काल मामले की जांच पड़ताल की गई और दिल्ली के इंडिया टूर इंफॉर्मेशन नाम के फर्जी ट्रैवल एजेंट ने जिसने अपने आप को सरकारी संस्था का बता कर यह पैकेज बेचा था उस पर दिल्ली पुलिस से संपर्क कर कार्यवाही की और महिला के पैसे वापस दिलाएं। सीओ ताज सुरक्षा का कहना है कि दिल्ली पुलिस से संपर्क साधा कर दिल्ली के फर्जी ट्रैवल एजेंट के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।