आगरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में सैकडों छात्रों ने विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय के जारी परीक्षा परिणाम में त्रुटि को लेकर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और अंक सुधार की मांग करते हुए परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन सौंपा।
छात्रों का कहना है कि आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के नई शिक्षा नीति के तहत चल रहे पाठ्यक्रमों के जारी प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ियां बड़ी संख्या में आ रही हैं। पिछले सेमेस्टर में जिन छात्रों ने पुनः परीक्षा दी उनके भी परिणाम को अपडेट नहीं किया गया, जैसा का तैसा ही रिजल्ट जारी कर दिया गया। विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों को चार-पांच सब्जेक्ट में फेल दर्शाया गया है जबकि पिछले सेमेस्टर में ए प्लस, बी प्लस ग्रेड से पास हुआ था।
बड़ी संख्या में छात्रों के परिणाम में नॉट क्वालीफाई दिखाया जाता है और RW एवं MW की समस्या पहले की तरह बनी हुई है l विश्वविद्यालय में धरना दे रहे छात्र सुबह 11:00 से बैठे हुए थे। विश्वविद्यालय का कोई अधिकारी छात्रों से संपर्क करने नहीं आया। दोपहर 3:00 बजे तक इंतजार करने के बाद छात्रों के द्वारा परीक्षा नियंत्रक एवं कुल सचिव लापता के पोस्टर लगाए गए।
एबीवीपी के सत्यम सिंह एवं गोविंद बरसाने ने कहा कि विश्वविद्यालय की उदासीनता के कारण छात्र विश्वविद्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। विश्वविद्यालय द्वारा कोई भी परीक्षा परिणाम बिना त्रुटि के जारी नहीं हो पाता है। परिणाम जारी होने के बाद विश्वविद्यालय में छात्रों को चक्कर मारने पर मजबूर होना पड़ता है। कोई छात्र परीक्षा में अनुपस्थित होता है तो उसे उपस्थित दर्शाया जाता है और जो उपस्थित होता है उसे अनुपस्थित दर्शाया जाता है। विश्वविद्यालय अपने मनमानी ढंग से परिणाम जारी करता है। वह छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
आगरा कॉलेज इकाई अध्यक्ष आकाश राणा ने कहा कि इन गलतियों की वजह से आज विश्वविद्यालय की छवि ऐसी हो गई है कि छात्रों को किसी भी परिणाम से पहले तो कभी प्रणाम जारी होने के बाद प्रदर्शन करना पड़ता। एबीवीपी ने ऐलान किया कि यदि 48 घंटे के अंदर छात्रों की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इसका समस्त उत्तरदायित्व विश्वविद्यालय प्रशासन का होगा।
इस मौके पर पुनीत कुमार, नीरज गोस्वामी, आकाश शर्मा, दीपक कश्यप, शिवांग खंडेलवाल, मिथुन परमार, कांत प्रसाद विवेक, ऋषभ सिंह, आकाश आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।