उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जनादेश रैली को संबोधित किया। इस रैली को संबोधित करने से पूर्व अखिलेश यादव ने सपा में शामिल हुए रामअचल राजभर और लालजी वर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई। रैली में जुटी भीड़ को देखकर अखिलेश यादव गदगद नजर आए और उन्होंने कहा कि ‘इस महारैली में जुटी भीड़ को देखने के बाद यह साफ हो गया है कि अंबेडकरनगर और उसके आसपास के क्षेत्र के अब भाजपा का सफाया होने वाला है।’
रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में बदलाव होकर रहेगा और इस बार चुनाव में पिछड़ों का विकास होगा। अंबेडकर नगर से यह संदेश पूरे देश और प्रदेश में जा रहा है। संबोधन के दौरान अखिलेश यादव ने सपा कार्यकाल में यूपी में किए गए विकास कार्यों और उपलब्धियों को गिनाया।
अखिलेश यादव ने कहा कि यहां पर कुछ लोग धर्म और जाति के नाम पर गंगा बांटने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन डॉ भीमराव आंबेडकर ने पूरे देश को एकरूपता में पिरोने का प्रयास किया है। बाबा साहब ने सर्व समाज को एक समान रूप देने का प्रयास किया। हमारे पूर्वजों ने भी समाजवाद की विचारधारा पर इस पार्टी को आगे बढ़ाया। इसी समाजवाद पर आगे चलते हुए हमने काम किया। अखिलेश यादव ने कहा कि अगला चुनाव बाबा साहब के संविधान को बचाने का चुनाव है। हम विश्वास दिलाते हैं कि हमारी पार्टी इसी समाजवाद की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए पिछड़ों के विकास के लिए काम करने का काम करेगी।
अखिलेश यादव ने किसान बिल और किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में सबसे ज्यादा किसानों पर अत्याचार हुआ है। किसान हमारा अन्नदाता है, वह हमें कपड़े पहनने को भी देता है, उसी किसान की दुर्दशा भाजपा के शासन में हो रही है। किसानों के लिए सरकार ने ऐसे नियम कानून बना दिए हैं कि आज उनका अनाज और धान कोई खरीदने वाला नहीं है। इससे किसान आहत होकर आत्महत्या करने को मजबूर है। अखिलेश यादव ने मंच से किसानों से सवाल किया कि ‘जिस तरह से भाजपा सरकार ने दावा किया था कि किसानों की आय दुगनी होगी, जिस तरह से महंगाई बढ़ी उसके बाद आपकी आय दुगनी हुई क्या?’