आगरा। आधी रात को आगरा के बालूगंज स्थित पुलिस महानिरीक्षक (इंस्पेक्टर जनरल) के कार्यालय से वाइल्डलाइफ एसओएस ने 5 फुट लंबा रॉयल स्नेक रेस्क्यू किया। कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान वाइल्डलाइफ एसओएस टीम ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया और बाद में उसे वापस जंगल में छोड़ दिया।
बुधवार रात, वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट को अपने 24×7 हेल्पलाइन (+ 91-9917109666) पर आईजी कार्यालय में एक सांप होने की सूचना मिली। सांप को सबसे पहले नाईट ड्यूटी पर मौजूद कांस्टेबल ने सीढ़ी के पास देखा, जिन्होंने तुरंत वन्यजीव संरक्षण संस्था की रेस्क्यू टीम से संपर्क साधा।
सांप, तुरंत ही आई .जी कार्यालय के केबिन में घुस गया। रेस्क्यू टीम ने पहुचने पर सांप को पी.आर.ओ अश्वनी कुमार मिश्र की टेबल के नीचे पाया। आधी रात को दो सदस्यीय रेस्क्यू टीम मिनटों के भीतर समय रहते स्थान पर पहुंच गई। उन्होंने सावधानी से सांप को निकाला, जिसकी पहचान रेस्क्यू टीम ने 5 फुट लम्बे रॉयल स्नेक के रूप में की और बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया।
ब्लैक-हेडेड रॉयल स्नेक (स्पैलेरोसोफिस एट्रिसेप्स) विषैली प्रजाति नहीं है और वे ज्यादातर छिपकलियों, पक्षियों और छोटे स्तनधारि जीवों को अपना भोजन बनाते हैं। खतरे और तनावपूर्ण स्थिति में एक रक्षा तंत्र के रूप में, वे कुंडली मार लेते हैं और जोर से हिस्स की आवाज़ निकालते हैं लेकिन बहुत कम प्रतिशोध में काटते हैं।
बताते चलें कि इस हफ्ते रैपिड रिस्पांस यूनिट ने बेलनगंज और छीपीटोला से दो घायल बंदर, मथुरा से एक वुल्फ स्नेक और आगरा के सिकंदरा से एक वाइट ब्रेस्टेड वॉटरहेन भी बचाई हैं।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “सांप के बारे में तुरंत सूचित करने के लिए हम आई.जी कार्यालय के बहुत आभारी हैं। जहां हम महामारी के बीच अपने प्रयासों को जारी रखे हुए हैं, आप हमारे 24 घंटे के हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से फेस मास्क, हैंड सैनिटाइज़र, फल और सब्जियां, अनाज आदि दान करके हमारे बचाव प्रयासों का समर्थन कर सकते हैं।”