आगरा। शहर के एक हाई प्रोफाइल मामले में पहली पत्नी से बिना तलाक लिए दूसरी शादी करने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें पहली पत्नी ने न्यायालय में बयान दर्ज कर पति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आरोप है कि पहली शादी के बारे में जानने के बावजूद शहर के एक प्रतिष्ठित हॉस्पिटल के डॉक्टर की भतीजी से उसके पति की शादी करवाई गई। युवती पिछले 12 साल से न्याय की लड़ाई लड़ रही है।
न्यू आगरा निवासी शुचिता बंसल का विवाह वर्ष 2008 में आगरा के ही एक उद्योगपति सुरेश चंद अग्रवाल के पुत्र विजय अग्रवाल से हुआ था। शादी में शुचिता के परिजनों ने बड़े धूमधाम से शादी की थी, जिन अरमानों को लेकर शुचिता अपने ससुराल पहुंची वे चंद दिनों में टूट गए। ससुरालीजन दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित करने लगे । 2011 में बात इतनी आगे बढ़ गई कि उसके पति विजय अग्रवाल द्वारा एक्सपार्टी डाइवोर्स के लिए पिटीशन फाइल कर दी गई। जब शुचिता को इसकी जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। केस के दौरान ही शुचिता को मालूम पढ़ा के विजय पहले भी स्कॉटलैंड में अपनी पढ़ाई के दौरान एक चीनी युवती ली जाउली से विवाह रचा चुका है।
फिर भी रिश्तों को कायम रखने के प्रयास किए गए लेकिन उसके पति के मंसूबे कुछ और ही निकले। एक्सपार्टी डाइवोर्स जो की आगरा न्यालय में खारिज हो चुका है उसके बाद भी उसके पति विजय अग्रवाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और उसने एक दूसरा विवाह गगनजीत कौर बिंद्रा से कर लिया। गगनजीत कौर बिंद्रा पूर्व में रेनबो हॉस्पिटल की एचआर मैनेजर रह चुकी है और वहां के डॉक्टर की भतीजी भी है। यह शादी विजय और गगनजीत के परिजनों एवं संदीप गोयल द्वारा करवाई गई है। उसके साथ उनके 2 बच्चे भी हैं।

तलाक न होने के बावजूद नई शादी करने के खिलाफ शुचिता बंसल द्वारा आगरा न्यायालय में धारा 494 में केस दर्ज किया गया है। जिसमें बयान दर्ज करा शुचिता बंसल ने सारे सबूत भी न्यायालय के आगे पेश किए है। न्यायालय में विजय अग्रवाल, गगनजीत कौर बिंद्रा और उसके परिवारजनों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।
वहीँ शुचिता बंसल के वकील ने आगरा बाईपास रोड स्थित प्रतिष्ठित हॉस्पिटल के एक डॉक्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बड़े परिवार के लोगों के साथ-साथ चिकित्सक भी ऐसे काम में शामिल हो रहे हैं जो निन्दनीय और हैरत भरा है। इन लोगों ने तलाक लिये बिना लड़के की दूसरी शादी करवा दी जो कि भारतीय कानून के विरुद्ध है। हम बस उम्मीद करते है कि बेटी शुचिता को जल्दी ही न्याय मिलेगा और केस में शामिल लोगों पर उचित कार्यवाही की जाएगी।