आगरा। आईजी ए सतीश गणेश की लिस्ट में शामिल आगरा जनपद के टॉप 10 सटोरियों में शामिल रिंकू सरदार को आगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सटोरी रिंकू सरदार को गिरफ्तार करने वाली यह सफलता सिकंदरा पुलिस को मिली है। इस मामले में आगरा के पुलिस अधीक्षक नगर रोहन पी बोत्रे ने प्रेस वार्ता कर पूरी जानकारी दी है।
बताते चलें कि आईजी ए सतीश गणेश पर आगरा जनपद और आगरा शहर के कई सटोरियों की शिकायत पहुंची थी। आईपीएल से लेकर मटका और पर्ची का सट्टा चलाने वाले सटोरियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए आईजी ए सतीश गणेश ने एसएसपी आगरा बबलू कुमार को दिशा-निर्देश जारी किए थे जिसमें श्याम बौहरा, अंकुश अग्रवाल, संजय कालिया, संजय झाला, जॉली और इसके साथ में रिंकू सरदार भी शामिल था।
हालांकि अभी हाल ही में रिंकू सरदार पर थाना न्यू आगरा में धारा 384 चौथ वसूली और 506 यानी धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ था। जनपद आगरा में रिंकू सरदार पर अब चार मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पुलिस को सूचना मिली कि थाना सिकंदरा क्षेत्र में आगरा टॉप टेन सटोरियों में शामिल रिंकू सरदार कहीं भागने की फिराक में है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने छापामार कार्यवाही की और टॉप टेन लिस्ट में शामिल रिंकू सरदार को गिरफ्तार कर लिया है। रिंकू सरदार से एक चोरी की अपाचे बाइक भी बरामद की गई है।
रिंकू सरदार का असली नाम चरणजीत सिंह है और रिंकू सरदार को जिस वक्त सिकंदरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसे फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ है। यानी साफ तौर पर यह कहा जा सकता है कि पुलिस गिरफ्त में आया सटोरी रिंकू सरदार अपने फर्जी आधार कार्ड पर फर्जीवाड़ा भी कर रहा था। इसके अलावा रिंकू सरदार पर आईपीएल का सट्टा चलाना मटका और पर्ची का सट्टा चलाने का भी गंभीर आरोप है। रिंकू सरदार ने सट्टे के इस व्यापार में जहां अंधाधुंध कमाई की है तो जनपद आगरा के कई परिवारों को बर्बाद करके रख दिया है।
आईजी ए सतीश गणेश के टारगेट पर आए रिंकू सरदार की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने पूरी ताकत झोंक दी थी। रिंकू सरदार शहर से बाहर भागने की फिराक में था कि तभी रिंकू सरदार को सिकंदरा पुलिस ने धर दबोचा।
पुलिस गिरफ्त में आए रिंकू सरदार से पुलिस ने पूछताछ की है। पुलिस पूछताछ में रिंकू सरदार से कई अहम जानकारियां पुलिस को मिली है। अब पुलिस रिंकू सरदार के शरणदाता पर काम करना चाहती है। यही वजह है कि रिंकू सरदार के गिरफ्त में आने के बाद उसके आसपास के नेटवर्क के लोगों में हलचल है। मगर पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि रिंकू सरदार के शरणदाता और इसके व्यापार को बढ़ाने वाले लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।