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आरएसएस कार्यकर्ता रखेंगे 24 घंटे का ई-उपवास, मोबाइल-कंप्यूटर से रहेंगे दूर, परिवार को देंगे समय

by admin

आगरा। तकनीक उत्पादों के बहुतायत में प्रयोग करने की आदत के चलते परिवारिक सदस्यों में आपसी संवाद न के बराबर हो गया है जिससे परिवार के लोगों के बीच में दूरियां बढ़ गयी है। राष्ट्र भक्ति की भावना का संचार करने और तकनीक में उलझे समाज को भारतीय संस्कृति, इतिहास और परिवार के साथ जोडने के उद्देश्य को लेकर आरएसएस कार्यकर्ता इस रविवार 9 अगस्त को टीवी, मोबाइल व इंटरनेट जैसे साधनों का 24 घंटे प्रयोग बंद कर ई-उपवास करेंगे। इस उपवास के दौरान लोग पारिवारिक सदस्यों के साथ अधिकतम समय व्यतीत करते हुए इस दिन के लिए निर्धारित की गई दिनचर्या का पालन करेंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कुटुंब प्रबोधन के द्वारा ब्रज प्रांत में ई- उपवास कार्यक्रम का आयोजन रविवार को किया जा रहा है जिसके अंतर्गत शनिवार की रात 12 बजे से रविवार की रात्रि 12 बजे तक ई-उपवास करने वाले परिवारों के सदस्य टीवी मोबाइल एवं इंटरनेट का उपयोग नहीं करेंगे। संघ कुटुंब प्रबोधन इकाई ने एकल हो रहे परिवारों को संयुक्त परिवार का महत्व समझाने और गैजेट्स के कारण हो रही संवादहीनता को समाप्त करने के लिए यह कार्यक्रम जारी किया है। इस दौरान सोशल साइट, टीवी, लैपटॉप, इंटरनेट पर व्यस्त रहने वालों को उनसे दूर रहना है तो आवश्यक कॉल के अतिरिक्त मोबाइल का प्रयोग नहीं करने को कहा गया है। दो घंटा का मौन व्रत रखने और मोबाइल को भी साइलेंट मोड पर रखने को कहा गया है। अवकाश के दिन परिवार के साथ पूरा समय बिताना, आपस में भारतीय संस्कृति, धार्मिक चर्चा करना और प्रेरक प्रसंग सुनाना भी कार्यक्रम में शामिल हैं, साथ ही सहभोज करने और कार्यो में सहयोग कर दिन बिताने को कहा गया है।

विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बढ़ते चलन से जहां विभिन्न प्रकार के कार्य करने में सुगमता आई है वहीं इसके दुष्प्रभाव के तौर पर उपयोगकर्ता इंटरनेट आधारित कार्यक्रमों और गेम्स के मनोरंजन की लत में डूबते जा रहे हैं। परिवार एवं इष्ट-मित्रों से व्यक्तिगत संपर्क करने की अपेक्षा आभासी दुनिया में खोए रहते हैं। परिवारों में बच्चों, बुजुर्गों एवं अन्य स्वजन संबंधियों से सहज हास्य-विनोद एवं चर्चा के समय में कमी आती जा रही है जिससे घरों के वातावरण उदासीन और तनाव भरे रहने लगे हैं। जिसके दुष्परिणाम पारिवारिक विघटन एवं कई प्रकार की अप्रिय घटनाएं भी बहुतायत में आयेदिन सामने आ रही है।

विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी का कहना है कि सोशल मीडिया ने परिवार के साथ बिताने वाले समय को छीन लिया है। लोग संचार माध्यमों में अधिक समय दे रहें हैं। इस कारण बच्चों को इतिहास बताने या उससे जुड़े रोचक किस्से सुनाने का समय ही नहीं होता है। संस्कृति, परंपरा और परिवार से जोडऩे को ई-उपवास एक प्रयास है। 

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