आगरा। ताजनगरी में प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। मंगलवार को जल निगम की गंगाजल इकाई पर खुदाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय न करने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 37.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा कचरा जलाए जाने पर नगर निगम ने 2 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही नगर निगम से एक सफाई कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है।
देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में सबसे उच्च स्थान पर आगरा शहर का नाम आने के बाद कमिश्नर अमित गुप्ता ने आगरा जिला अधिकारी प्रभु नारायण सिंह को इस मामले में सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। आगरा जिला अधिकारी ने बताया कि गंगाजल पाइप लाइन डालने का कार्य कर रही जल निगम द्वारा प्रदूषण को रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए जिसके चलते उस पर यह जुर्माना लगाया गया है। इतना ही नहीं, नियमों का पूरी तरह पालन नहीं होने तक प्रतिदिन ₹37,500 का जुर्माना लगाया है।
इसके अलावा आगरा जिलाधिकारी ने आईएसबीटी फ्लाईओवर, इनर रिंग रोड, स्मार्ट सिटी कार्य, मेट्रो व जल निगम को कड़ाई से नियमों का पालन करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं नगरआयुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि नगर निगम ने कचरा जलाकर प्रदूषण फैलाने वाले 2 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मधु नगर में कूड़ा जलाने के मामले में एक सफाई कर्मी की लापरवाही सामने आई, इसके बाद उस सफाई कर्मी की सेवा बर्खास्त करने के आदेश दे दिए हैं।
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