Agra. ट्रेन गार्ड्स यानी ट्रैन मैनेजरों (गार्ड) ने लाइन बॉक्स हटाने के आदेश के विरोध में रेलवे बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऑल इंडिया रेलवे गार्ड्स काउंसिल आगरा डिवीज़न की ओर से डीआरएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया और लाइन बॉक्स को न हटाये जाने की मांग की। शुक्रवार को डीआरएम कार्यालय आगरा पर गार्डों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि बॉक्स हटाने से सुरक्षा इंतजाम पर असर पड़ेगा।
रेलवे की शुरुआत से ही ट्रेन संचालन में लगे गार्डों को उनके जरूरी उपकरण और अपना सामान रखने के लिए लोहे का बॉक्स मिलता है जिसे लाइन बॉक्स कहते है। यह बॉक्स गार्ड ड्यूटी पर अपने साथ लेकर जाते हैं। इस बॉक्स को ढोने और ट्रेन से उतारने चढ़ाने के लिए अभी तक बॉक्स पोर्टर की तैनाती होती थी। इसमें झंडी, लाइट, एलवी बोर्ड, प्राथमिक उपचार पेटी समेत 16 संरक्षा उपकरण तथा भोजन बनाने का अनाज भी रहता है। गार्डों के अनुसार बॉक्स का वजन कम से कम 35 किग्रा होता है। आरोप है कि रेलवे बोर्ड की ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के पदाधिकारियों से वार्ता होनी थी लेकिन रेलवे बोर्ड ने बिना वार्ता नियम विरुद्ध तरीके से बॉक्स हटाने का निर्देश दिया है।
ट्रॉली बैग देना चाहता है रेलवे विभाग
रेलवे गार्ड्स के अनुसार रेलवे बोर्ड लाइन बॉक्स खत्म करके ट्राली बैग देना चाहता है जिसे केरी करना बड़ा मुश्किल होगा। इस ट्रॉली बैग को गार्डों को खुद ढोने की जिम्मेदारी दी गयी है। इस नई व्यवस्था से तक तरफ जहाँ गार्डों पर ट्रॉली बैग उठाने का भार बढ़ेगा वहीं बॉक्स पोर्टरों की पोस्ट भी समाप्त हो जाएगी। रेल गार्ड इसका विरोध करते हुए मांग कर रहे हैं कि या तो बॉक्स की पुरानी व्यवस्था को ही कायम रखा जाए या ट्रॉली बैग उठाने की जिम्मेदारी बॉक्स पोर्टर को ही दी जाए।
रेलवे गार्ड का कहना है कि ट्रॉली बैग जब मिल जाएगा तो उसकी जिम्मेदारी उन्हीं की होगी और उसे घर ले जाना होगा जबकि लाइन बॉक्स का भी ताला लगाकर वह यहीं छोड़ जाते हैं क्योंकि उसमें रेलवे की संपत्ति होती है तो रेलवे के गार्ड लॉबी में उसे छोड़ दिया जाता है। जब ट्रॉली बैग को घर ले जाना पड़ेगा तो उसकी पूरी जिम्मेदारी गार्ड की हो जाएगी।