Agra. किसानों के समर्थन में एक बार फिर राहुल प्रियंका गांधी सेना के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और केंद्र सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने लगे। प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी जमीलउद्दीन कुरैशी के नेतृत्व में सेना के कार्यकर्ता हाथों में जय जवान जय किसान और किसान रो रहा है, चौकीदार सो रहा है के पोस्टर लेकर नारेबाजी करने लगे और किसानों के समर्थन में धरने पर बैठ गए। इस दौरान सेना के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के तीनों कृषि बिलों के विरोध में और किसानों के समर्थन में मुंडन कराने का ऐलान किया और मुंडन कराने लगे। मौके पर पहुँची पुलिस सेना के कार्यकर्ताओं को रोकने लगी तो पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी लेकिन कार्यकर्ता मुंडन की बात पर अड़े रहे जिस पर पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस की इस कार्यवाही पर कार्यकर्ता भड़क गए।
सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी जमीलउद्दीन कुरैशी ने कहा कि मोदी सरकार अपने तानाशाही रवैये से किसानों के आंदोलन को कुचलना चाहती है और किसानों को आतंकवादी घोषित करने पर आमादा है। जिससे उनके आंदोलन को देश विरोधी आंदोलन घोषित कर सके जबकि किसान अपने हकों के लिए इस कड़ाके की ठंड में सड़कों पर बैठा है। यह तानाशाह सरकार संविधान को ताक पर रखकर सभी के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है जिसको देश की जनता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। आज पूरा देश एकजुट होकर किसानों के लिए आवाज उठा रहा है और तानाशाह सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए षड्यंत्र रच रही है।
मंडल अध्यक्ष नवीन वर्मा एडवोकेट और जिला अध्यक्ष विकास शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार जबरन कानून बना रही है जबकि किसान पुराने कानून के साथ खुश है और उसी के साथ रहना चाहता है फ़िर सरकार को दिक्कत क्यों हो रही है इससे यह बात स्पष्ट होती है कि सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों को इस बिल से फायदा पहुंचाना चाहती है। मोदी जी उनके हाथ की कठपुतली है वह जैसा चाहते हैं मोदी जी से कानून बनवा लेते हैं। इस तरह यह देश दोबारा गुलामी की जंजीरों में जकड़ने जा रहा है जिसको देश की जनता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस मौके पर नदीम नूर, सलीम खान अब्बास, अजय उपाध्याय, बसंत लाल राजोरिया, सुल्तान, मीना वर्मा, इशू जैन, यासीन सिद्दीकी, संदीप सिंह, मनीष जुम्मानी, इरफ़ान कुरैशी, प्रेमपाल सिंह, बॉस भाई, मुस्तकीम, अमन पाराशर, रिजवान आदि मौजूद रहे।