New Delhi. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने बढ़ती महंगाई को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के विरोध में मंगलवार को राहुल गांधी अन्य दल के विपक्षी नेताओं के साथ साइकिल चलाते हुए संसद पहुंचे। उन्होंने साइकिल पर आगे की ओर एक तख्ती लगा रखी थी जिस पर रसोई गैस के सिलेंडर की तस्वीर थी और इसकी कीमत 834 रुपये लिखी हुई थी। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी हो रही थी और मोदी सरकार से सवाल किया जा रहा है कि बढ़ती महंगाई को लेकर सदन में बहस क्यों नहीं की जाती। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांस्टीट्यूशन क्लब में विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर चर्चा की थी और उसके बाद वो अन्य दलों के विपक्षी नेताओं के साथ साइकिल चलाते हुए संसद पहुंचे।
संसद के मॉनसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी, कृषि कानूनों और महंगाई जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दलों का मंथन चल रहा है। सूत्रों की माने तो कांस्टीट्यूशन क्लब में विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर हुई चर्चा व बैठक में राहुल गांधी ने महंगाई के विरोध में संसद तक साइकिल मार्च का सुझाव रखा था। जिसके बाद उनके साथ लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन, राजद के मनोज झा, तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी और कुछ अन्य सांसद भी साइकिल चलाकर संसद पहुंचे और पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों का विरोध किया।
कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा, ‘‘राहुल जी और दूसरे विपक्षी नेताओं ने आम जनता की आवाज उठाई है। लोग महंगाई से परेशान हैं, लेकिन सरकार किसी नहीं सुन रही है। हम संसद के भीतर और बाहर जनता की आवाज उठाते रहेंगे।’’
कांस्टीट्यूशन क्लब में मीटिंग के दौरान कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, आरजेडी, एसपी, सीपीआईएम, सीपीआई, आईयूएमएल, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), केरल कांग्रेस (एम), झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) जैसी पार्टियां शामिल हुई हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी और बसपा इस बैठक में शामिल नहीं हुई है।