आगरा। लॉकडाउन का पालन न करने वाले लोगों पर अब कानूनी कार्यवाही के साथ ही जेल की हवा खानी पड़ेगी। जिला प्रशासन ने बेवजह सड़को पर घूमकर लॉक डाउन को तोड़ने वालों कर लिए हरीपर्वत पर स्थित एमडी जैन इंटर कॉलेज को अस्थायी जेल बनाया गया है। कोराेना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद लोगों द्वारा लॉकडाउन का उल्लघंन किये जाने पर पुलिस-प्रशासन अब सख्त हो गया है।
लॉकडाउन का उल्लघंन कर बेवजह बाहर घूमने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमे दर्ज कर रही है। आरोपितों के घरों पर मुकदमे की कापी भी चस्पा कर रही है। इसके बावजूद लोग घरों से बाहर निकलकर सड़को पर घूम रहे है जिससे कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की आशंका को बढ़ रही हैं। पुलिस अभी तक धारा 144 के उल्लघंन करने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज करके उन्हें थाने से जमानत देकर रिहा कर रही थी। ऐसे लोगो को जेल नहीं भेजने की वजह वहां पहले से निरुद्ध बंदियों को वायरस के संक्रमण से बचाना था लेकिन अब पुलिस ने अस्थाई जेल बना दी है।
अस्थायी जेल में एसीएम प्रथम को बतौर जेल अधीक्षक तैनात किया गया है। उनके सहयोग के लिए एक डिप्टी जेलर, एक प्रधान बंदी रक्षक अौर तीन बंदी रक्षकों के अलावा एक प्लाटून पीएसी को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही 50 होमगार्ड और छह सुपरवाइजर 24 घंटे तैनात रहेंगे जिनकी ड्यूटी रोटेशन के आधार पर लगेगी।
अस्थायी जेल में यह होगी व्यवस्था:-
जिला अधिकारी ने इस अस्थाई जेल में व्यस्थाओ को करने के लिए नगर आयुक्त, सीएमओ सहित अन्य विभागों को दिशा निर्देश दिए है।
खाना और नाश्ते की व्यवस्था के लिए रसोइया और उसके सहयोगी मजदूरी पर रखे जाएंगे। खाद्य सामग्री की जिम्मेदारी जिला पूर्ति अधिकारी की होगी। बिस्तर, कपड़े, टेंट और शौचालय की व्यवस्था जेल अधीक्षक द्वारा कराई जाएगी। बंदियों के ओढ़ने और बिछाने के लिए दरी एवं चादर किराए पर ली जाएंगी।
विशेष समुदाय के लोगों के लिए चिकित्सा सुविधाएं, पूल टेस्टिंग का कार्य, आवश्यक मात्रा में हैंड वॉश और सेनेटाइजर और दवाओं की जिम्मेदारी मुख्य चिकित्साधिकारी की होगी। इसके साथ हर फार्मासिस्ट और नर्स तैनात रहेंगी। पानी और सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी।अस्थायी शौचालय के निर्माण और सचल शौचालय की व्यवस्था नगर निगम करेगा। निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता शहरी विद्युत वितरण खंड पर होगी। आपात स्थिति के लिए जनरेटर की व्यवस्था की जाएगी। महिलाओं के गिरफ्तार होने की स्थिति में उन्हें अलग कमरों में रखने की व्यवस्था की गई है।