केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा दिल्ली के बॉर्डर पर 24 वें दिन भी विरोध प्रदर्शन बदस्तूर जारी है। हजारों की तादात में किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन के लिए डटे हुए हैं। केंद्र सरकार और किसानों के बीच छह बार वार्ता का दौर चल चुका है। लेकिन किसानों की समस्या का समाधान अब तक नहीं निकल सका है जिसके चलते किसान अभी भी आंदोलनरत हैं।
भाजपा सरकार का कहना है कि वे किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन किसानों की मांग है कि पहले कृषि कानूनों को रद्द किया जाए उसके बाद ही बातचीत मुमकिन होगी।
वहीं एक तरफ भाजपा सरकार पूरे जोरों शोरों से किसानों को इस बात से परिचित कराना चाहती है कि इन कृषि बिलों में उनका हित निहित है। लेकिन किसान इस बात पर बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं। फिलहाल बीजेपी के तमाम नेता और केंद्रीय मंत्री कृषि कानूनों के पक्ष में लगातार दलीलें पेश कर रहे हैं। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कृषि कानूनों को लेकर लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भरोसा दिला रहे हैं कि नए कृषि बिल किसानों के हित के लिए हैं।
इन परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक ट्वीट किया है जिसमें ग्राफिक्स के जरिए समझाने का प्रयास किया है, साथ ही एक बुकलेट भी शेयर की है। किसान बिलों की विस्तार से जानकारी देने के लिए यह बुकलेट और ग्राफिक्स साझा किए गए हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि ‘ग्राफिक्स और बुकलेट सहित बहुत सी सामग्री है, जो हाल ही में किए गए कृषि-सुधार हमारे किसानों की मदद करने के बारे में विस्तार से बताते हैं। यह NAMO App वॉलंटियर मॉड्यूल को डाउनलोड किया जा सकता है और साझा करें।’