फिरोजाबाद के जसराना स्थित मिलावली गांव में एक सीवर के नाले में 6 फुट लंबा घायल मगरमच्छ मिला। वाइल्डलाइफ एसओएस और वन विभाग ने संकटग्रस्त मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से बाहर निकाल उसको रेस्क्यू किया। मगरमच्छ का वर्तमान में इलाज चल रहा है और उसे निगरानी में रखा गया है, ठीक होने पर उसे वापस अपने प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा।
फिरोजाबाद स्थित जसराना के मिलावली गांव के निवासी, रविवार को क्षेत्र के एक सीवर नाले में 6 फुट लंबा मगरमछ देख सहम गए। गाँव में मगरमछ की मौजूदगी से डरे सहमे ग्रामीणों ने वन विभाग और वाइल्डलाइफ एसओएस को इसकी जानकारी दी और मदद के लिए अनुरोध किया।
एनजीओ की तीन सदस्यीय टीम सभी आवश्यक बचाव उपकरण से लैस, वन विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की सहायता के लिए पहुंची। स्थिति की अनिश्चितता को समझते हुए रेस्क्यू टीम सावधानी से आगे बढ़ी, उन्होंने मगरमच्छ को सीवर के नाले से बाहर निकालने के लिए पहले एक्शन प्लान तैयार किया। दो घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित रूप से नाले से बाहर निकाला जा सका।
चिकित्सकीय जांच में पता चला कि मगरमच्छ की पूंछ और शरीर के निचले हिस्से पर कई कट और चोट के निशान थे। वर्तमान में मगरमच्छ का इलाज चल रहा है और एक बार ठीक होने पर उसे उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ दिया जाएगा।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सीईओ और सह-संस्थापक, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “मगरमच्छ से जुड़े बचाव अभियान, विशेष रूप से 6 फुट लंबा मगरमच्छ, एक कठिन और जोखिम भरा काम है। ऐसे बचाव अभियानों को सावधानीपूर्वक पूरा करने की आवश्यकता है। वाइल्डलाइफ एसओएस टीम को सावधानी से इन रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा करने और जनता के साथ-साथ जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। हम उत्तर प्रदेश वन विभाग के बहुत आभारी हैं, कि उन्होंने इस तरह के कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन में अपना पूरा सहयोग प्रदान किया।