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अपर मुख्य सचिव के दौरे में जिला प्रशासन की तैयारियों की खुली पोल

by pawan sharma

आगरा। बिचपुरी ब्लॉक के प्रधानमंत्री आदर्श गांव में अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता के दौरे में जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई। जिला के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता विकास भवन में जहां जिले में संचालित योजनाओं समीक्षा कर रहे थे। वहीं लखनपुर में प्रस्तावित चौपाल के सामुदायिक भवन की रंगाई पुताई चल रही थी। आला अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही स्थानीय अधिकारी पंचायत भवन की रंगाई पुताई कराने में लगे हुए थे। अधिकारियों को डर था कि कहीं उनकी लापरवाही के चलते उन पर गाज न गिर जाए।

लखनपुर शहीद देवेंद्र सिंह बघेल का गांव है। शहीद के परिजन पूर्व में ही शहीद स्मारक बनवाए जाने को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। तीन महीने के अंदर इस पर कोई कार्य न होने पर शहीद के परिजन स्वंत्रता दिवस के एक दिन पहले जिलाधिकारी से मिलने पहुँचे थे लेकिन घंटो इन्तजार के बाद भी जिलाधिकारी से मुलाकात न होने पर उनकी आँखों से आंसू बहने लगे थे। इस खबर ने भी प्रशसन में हड़कंप मचा दिया था। शनिवार को आगरा आये जिले के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता के लखनपुर के पंचायत भवन पर शनिवार को चौपाल रखी गई थी। जब प्रशासन को इस बारे में जानकारी हुई तो प्रशसनिक अधिकारियों के होश उड़ गए और शहीद के लिए बनाए जाने वाले वीर स्थल की फाइलों को टटोला जाने लगा। अपर मुख्य सचिव की चौपाल की जानकारी के बाद प्रशासन की ओर से पंचायत भवन की सफाई रंगाई और पुताई शुरु करा दी। यह साफ़ था कि अगर अपर मुख्य सचिव की चौपाल नहीं होती तो प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम की सुध लेने वाला भी कोई नहीं था।

अपर मुख्य सचिव की दस्तक ने आदर्श गांव के प्रति अधिकारियों की उदासीनता की पोल खोलकर रख दी। खुद की गर्दन फंसी देख अधिकारी ने सुबह ही जिला प्रशासन की ओर से पंचायत भवन की पुताई का ठेका दिया गया। हालात यह थे कि अपर मुख्य सचिव के पहुंचने पर भी ग्राम पंचायत भवन की रंगाई पुताई का कार्य चल रहा था। चौपाल में अधीनस्थ अधिकारियों के साथ पहुंचे अपर मुख्य सचिव के सामने लोगों ने प्रधानमंत्री आदर्श गांव के विकास की पोल खोल दी। लोगों ने अपनी समस्याओं को प्रमुख सचिव के सामने रखा। किसी ने पेयजल की समस्या से उन्हें अवगत कराया तो किसी ने विधवा पेंशन ना मिलने की शिकायत की। कुछ लोगों ने तो प्रशासनिक अधिकारियों पर इस गांव के विकास में लापरवाही बरतने के भी आरोप लगा दिए।

ग्रामीणों का कहना था कि आदर्श गांव होने के बावजूद भी गांव में किसी भी तरह का विकास कार्य नहीं हुए हैं। इसी गांव का एक लाल जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया था। जब शहीद के परिजनों की ओर से गांव में शहीद के नाम पर वीर स्थल बनाने का सवाल पूछा गया तो अपर मुख्य सचिव का कहना था कि इस बारे में उन्हें किसी भी तरह की जानकारी नहीं है। वह इस पूरे मामले की जानकारी करेंगे। अगर ऐसा है तो जल्द से जल्द गांव में शहीद के नाम से वीर स्थल और प्रतिमा लगाए जाने का काम शुरू कराया जाएगा।

शहीद के लिए गांव में वीर स्थल और प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव शायद सरकारी कागजों में दब कर रह गया है। इसीलिए तो ना ही प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सुध है और ना ही अधिकारी सरकार तक इस बात को पहुंचा रहे हैं।

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