आगरा। थाना शाहगंज के जगजीवन नगर में 5 साल की मासूम बच्ची सरिता की नाले में गिरने से मौत हो गयी। बच्ची अपनी नानी के यहां जगजीवन नगर आई हुई थी। नाले के पास खड़ी मयूरी में बैठते ही मयूरी गाड़ी समेत बच्ची समेत नाले में जा गिरी। आनन-फानन में क्षेत्रीय लोगों ने बमुश्किल बच्ची को नाले से निकाला बाहर लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। इस घटना से परिवार में जहां कोहराम मचा हुआ है तो वहीं त्यौहार के दिन खुशी का माहौल मातम में बदल गया।
बच्ची मयूरी सहित नाले में कैसे गिरी यह पता करने पर क्षेत्रीय लोग और परिवारी जन चुप्पी साधे हुए है जिससे घटना का स्पष्टीकरण नहीं हो पा रहा है।
आगरा में खुले नाले में गिरकर मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है। शहर के खुले बड़े नाले मौत का नाला बन चुके हैं जिसमें बच्चों से लेकर बड़े व्यक्ति तक इसका शिकार हो चुके हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि इस बड़ी समस्या के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। शहर में कई बड़े खुले नाले है जिसकी बाउंड्रीवाल नगर निगम द्वारा नहीं कराई गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि इन मौत का जिम्मेदार कौन है। क्या नगर निगम अब कोई एक्शन लेगा या फिर इसी तरह ये नाले परिवार की खुशियां छीनते रहेंगे।