मुंबई हाई कोर्ट ( Mumbai High Court ) ने सोमवार ( Monday) को 14 वर्षीय नाबालिग के अपहरण और यौन उत्पीड़न के मामले में ‘पीटर पैन सिंड्रोम’ से पीड़ित युवक की जमानत मंजूर कर ली है। हालांकि यह जमानत सशर्त एवं ₹25000 के मुचलके के साथ दी गई है। बता दें यह जमानत मुंबई हाई कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एस सी जाधव द्वारा कई शर्तों के साथ दी गई है। दरअसल वकील सुनील पांडे ने अपने मुवक्किल को जमानत दिलवाने के लिए यह दलील प्रस्तुत की कि मुवक्किल ”पीटर पैन सिंड्रोम” से पीड़ित है। बता दें इस सिंड्रोम से पीड़ित वयस्क पुरुष या महिला सामाजिक रूप से इमैच्योर होते हैं।
कोर्ट में वकील सुनील पांडे ने कहा कि पीड़िता के परिवार को उनके रिश्ते के बारे में पता था, लेकिन लड़के की बीमारी और उसकी अच्छी पृष्ठभूमि न होने के चलते लड़की का परिवार उनके रिश्ते और लड़के के परिवार के सदस्यों को नापसंद करता था। वकील ने आगे यह भी कहा कि यह बात पीड़िता को भी मालूम थी और उसे इस बात की बिल्कुल जानकारी थी कि आखिर वह क्या कर रही है इसलिए उसने अपनी इच्छा से संबंध बनाया।
“पीटर पैन सिंड्रोम” ( Peter Pan Syndrome) शब्द अगर आपने पहली बार सुना है तो आपको बता दें कि यह शब्द पहली बार इस्तेमाल नहीं किया गया है बल्कि इससे पहले भी इस्तेमाल किया जा चुका है।’पीटर पैन सिंड्रोम’ के नाम का पहली बार जिक्र डॉ डैन केली ने 1983 में लिखी अपनी पुस्तक “पीटर पैन सिंड्रोम: मेन हू हैव नेवर ग्रोन अप” में किया गया था। हालांकि डब्ल्यूएचओ ( WHO) ‘पीटर पैन सिंड्रोम’ को मान्यता प्राप्त मानसिक स्वास्थ्य स्थिति नहीं मानता है। इतना ही नहीं यह किसी मानसिक बीमारी की श्रेणी में भी सूचीबद्ध नहीं है। वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ लोगों को भावनात्मक और वित्तीय जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चुनौतीपूर्ण लगता है, इसी व्यवहार को पीटर पैन सिंड्रोम कहा जाता है। हालांकि इस सिंड्रोम का किसी के रिश्तों और जीवन की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ सकता है ।
खास बात आपको बता दें कि अमेरिकी सुपरस्टार माइकल जैक्सन ( Michael Jackson) एक स्व-घोषित पीटर पैन थे और उन्होंने कैलिफोर्निया ( California) में अपनी संपत्ति का नाम नेवरलैंड रेंच के रूप में रखा था। दरअसल माइकल जैकसन को खुशनुमा बचपन ना बिताए जाने का जीवन भर दुख रहा। इसलिए उन्होंने जिंदगी भर बच्चे बने रहने की चाह में नेवरलैंड बनाया था और वहां वे पीटर पैन की तरह रहा करते थे। दरअसल पीटर पैन इंग्लिश कहानियों का वो खोया हुआ बच्चा है, जो नेवरलैंड में रहता है और कभी बड़ा नहीं होता। एक बार ओप्रा विनफ्रे शो में ओप्रा ने उनसे इस जुड़ाव को लेकर जब सवाल पूछा कि क्या वो खुद को पीटर पैन से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं? तो माइकल का जवाब था, “हां मैं करता हूं, दरअसल मैं ही पीटर पैन हूं।” वो खुद को इस दुनिया का सबसे अकेला इंसान मानते थे।