आगरा। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक शिक्षक संस्थान की ओर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा पहुँचे थे। सम्मान समारोह के दौरान निजी स्कूल के उन शिक्षकों को सम्मनित किया गया जिन्होंने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए लॉकडाउन से प्रभावित अभिभावकों की परेशानी को समझा और मार्च से अगस्त तक की फीस माफ की। संगठन ने विभिन्न स्कूलों के लगभग एक दर्जन से अधिक शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र दिये और शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि शिक्षक का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षित बनाना और उनके भविष्य को बेहतर बनाना है लेकिन आज लॉकडाउन से प्रभावित अभिभवकों व उनके बच्चों के बारे के सोचकर कुछ निजी स्कूलों ने फीस माफी का जो कदम उठाया है वो न केवल सराहनीय है बल्कि उन सभी अभिभावकों के लिए भी राहत की बात है जो स्कूल की फीस जमा न होने पर अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए चिंतित थे। उन्होंने कहा कि कुछ निजी स्कूलों ने फीस माफ कर अपने सामाजिक दायित्व को निभाया है।
इस अवसर पर मुस्कान टीम के सदस्य संजय शर्मा का कहना था कि कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन से मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। ताला खुलने के बाद भी मजदूरों के लिए पर्याप्त काम नहीं है और सभी माता-पिता बच्चों की स्कूल की फीस जमा करने को लेकर चिंतित थे। क्योंकि कुछ स्कूलों द्वारा अभिभवकों पर फीस जमा करने के लिए दबाब बना रहे थे। ऐसे में कुछ स्कूलों ने फीस माफ करके चिंतित अभिभावकों के चेहरे पर खुशी ला दी है।