आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डिवाइडर पर लगे पेडों में पानी देने के लिए लाये गये डावली मलपुरा के एक मजदूर के लापता होने का मामला प्रकाश में उस समय आया जब एक दुर्घटना में उसकी मौत हो गयी और अज्ञात में पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई तो वह पहले हरीपर्वत थाना पहुंचे। वहां से उन्हें फतेहाबाद भेज दिया गया जहां इंस्पेक्टर फतेहाबाद बृजेश कुमार ने उच्चाधिकारियों से बात कर उन्हें समझाया और वापिस हरिपर्वत थाने में ही तहरीर देने को कहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रीतम सिंह 18 वर्ष पुत्र उत्तम सिंह को एक ठेकेदार एक्सप्रेस वे पर पानी देने के लिए दीपावली के बाद लेकर आया। गत 16 दिसंबर को उसे घर वापिस जाना था। जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश करते हुए ठेकेदार से बात की। परन्तु ठेकेदार ने 16 दिसंबर को थाना हरिपर्वत में एक गुमशुदगी दर्ज करायी। बताया जाता है कि उसकी एसएन अस्पताल में मौत हो गयी और पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कर अज्ञात में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
घटना की जानकारी होने पर उसके परिजन थाना हरिपर्वत पहुंचे जहां से उन्हें फतेहाबाद भेज दिया गया। इंस्पैक्टर फतेहाबाद बृजेश कुमार ने उच्चाधिकारियों से बात कर उन्हें समझाया कि जहां पर गुमशुदगी दर्ज हुई है वहीं पर मुकदमा कायम होगा। वापिस उन्हें हरिपर्वत थाने में ही तहरीर देने को कहा।
बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि मृतक मजदूर के परिजनों द्वारा मुकदमा कायम करने के बाद पुलिस क्या एक्शन लेती है।