महाराष्ट्र के अहमदनगर के सिविल अस्पताल में आज भीषण आग लग गई। अस्पताल के आईसीयू में लगी इस भीषण आग में 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं 6 लोग जख्मी हुए हैं। अहमदनगर के जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र भोसले द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक आईसीयू में 17 लोगों का इलाज चल रहा था। सभी लोग कोरोना संक्रमित थे। मरने वाले 11 लोगों में से 10 लोग कोरोना संक्रमित थे। आग लगने का सही कारण पता नहीं लग पाया है। कहा जा रहा है कि पहले एसी में आग लगी और इसके बाद आग ने प्रचंड रूप धारण कर लिया। आग लगने के बाद बचाव कार्य के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद की गई। इस वजह से आईसीयू में इलाज करवा रहे कुछ कोरोना संक्रमितों की मौत दम घुटने से भी हुई है। यह पूरी जांच के बाद ही पता चलेगा कि जलने से कितने लोग मरे हैं और कितने लोगों की मौत दम घुटने से हुई है। सूचना मिलने के कुछ ही देर बात दमकल विभाग की टीम द्वारा आग बुझाने का काम शुरू किया गया और आग पर काबू पाया गया।
आइसीयू में 11 लोगों की मैट की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना पर शोक जताया है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख की मदद का ऐलान किया गया है।
आग की चपेट में आए लोगों का इलाज शुरू है। 20 से ज्यादा लोगों को पास के एक अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है। मंत्री हसन मुश्रीफ ने दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
आग को बुझाने में दमकल कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। वे धुएं की वजह से अस्पताल के मुख्य द्वार से प्रवेश नहीं कर सके। एक अधिकारी ने दावा किया कि अस्पताल में अग्निशमन संबंधी ऑडिट तो किया गया था, लेकिन धन की कमी की वजह से वहां सभी जरूरी उपकरण नहीं थे। अस्पताल में आग लगने की घटना में 11 लोगों की जान चली गई। अधिकतर रोगी वरिष्ठ नागरिक थे और उनमें से अधिकतर वेंटिलेटर या ऑक्सिजन पर थे। इस वजह से बचाव अभियान और जटिल हो गया।